लखनऊ: लखनऊ में दुबग्गा थाने में तैनात महिला सिपाही ने इंस्पेक्टर पर छेड़खानी का आरोप लगाया है। वहीं दो सिपाहियों के खिलाफ भी पुलिस कमिश्नर से शिकायत की है। मामले की जांच डीसीपी दक्षिण करेंगे।
दुबग्गा कोतवाली में तैनात महिला सिपाही ने इंस्पेक्टर और दो सिपाहियों पर छेड़खानी का आरोप लगाया है। पुलिस कमिश्नर, जेसीपी (कानून एवं व्यवस्था) जेसीपी (अपराध) मानवाधिकार और महिला आयोग से शिकायत की है। वहीं, दुबग्गा इंस्पेक्टर ने आरोपों को निराधार बताया है। पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने जांच के आदेश दिए हैं। डीसीपी साउथ गोपाल चौधरी आरोपों की जांच करेंगे।
वर्ष 2018 बैच की महिला सिपाही दुबग्गा थाने में तैनात है। सिपाही के मुताबिक इंस्पेक्टर दुबग्गा के कहने पर जानबूझकर उसकी ड्यूटी नाइट शिफ्ट में लगाई जाती है। इसमें ड्यूटी मुंशी सत्यम तथा हेड मुहर्रिर राकेश मिश्रा की भी मिलीभगत है। महिला सिपाही का आरोप है कि 13 मई को नाइट शिफ्ट कर रही थी। जीटी कक्ष में इंस्पेक्टर आए और गलत नीयत से छूने का प्रयास किया। इस हरकत से वह सहम गई। विरोध करने पर इंस्पेक्टर ने पिंक बूथ पर ड्यूटी लगा दी। यह उसे प्रताड़ित करने के लिए किया गया। आरोप है कि इसमें दोनों सिपाही इंस्पेक्टर का सहयोग करते हैं। साजिश में शामिल सिपाहियों ने इंस्पेक्टर की बात मानने का दबाव बनाया।
महिला सिपाही के मुताबिक इंस्पेक्टर के करीबी दोनों सिपाही गलत कार्यों में लिप्त हैं। वह अवैध स्टैण्ड संचालकों और अपराधिक किस्म के लोगों को शह देते हैं। पिंक बूथ में ड्यूटी के लिए जाते वक्त उसकी स्कूटी पंक्चर हो गई थी। इसकी जिसके कारण वह 15 मिनट की देरी से पहुंची थी। इंस्पेक्टर के कहने पर उसकी गैर हाजिरी दर्ज कर दी गई।
इंस्पेक्टर दुबग्गा अनिल प्रकाश सिंह ने महिला सिपाही के आरोपों को बेबुनियाद बताया है। उनका कहना है कि समय से ड्यूटी नहीं आने पर गैर हाजिरी दर्ज की गई थी। इसी के चलते ऐसे आरोप लगाए जा रहे हैं.