मासूम की हत्या: शौचालय में मिला शव, परिजनों में कोहराम
केमिकल डालकर कर जला दिया गया.
कानपुर: कानपुर में एक दलित बच्चे की हत्या का खौफनाक मामला सामने आया है. पांच साल के मासूम को केमिकल डालकर कर जला दिया गया. घर से केवल 60 कदम की दूरी पर मासूम की हत्या कर दी गई और किसी को भनक तक नहीं लगी. डेड बॉडी लेडीज टॉयलेट में मिली. घटनास्थल से थाने की दूरी भी केवल 100 मीटर की थी. मृतक चार दिन से गायब था. पिता पूरे शहर में उसकी गुमशुदगी के पोस्टर लगा रहा था, लेकिन उसे क्या पता घर के पास ही बेटे की जली हुई लाश मिलेगी.
घटना कानपुर पुलिस कमिश्नरेट के बादशाही नाका थाना इलाके के सब्जीमंडी की है. यहां रहने वाले व्यक्ति का छह साल का बेटा 10 अक्टूबर की शाम खाना खाने के बाद घर से निकाल था. साथ में वह 10 रुपए भी लेकर गया था. काफी देर तक जब वो घर नहीं लौटा तो परिवारवालों ने आस-पास उसकी तलाश की, लेकिन कुछ पता नहीं चला. रात हो गई लेकिन बेटे के बारे में कोई जानकारी नहीं लगी.
परेशान माता-पिता ने थाने में जाकर बेटे की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. पुलिस ने उन्हें बच्चे के मिल जाने का आश्वासन देकर घर वापस भेज दिया. पिता ने पुलिस कंट्रोल रूम नंबर 1076 पर भी बच्चे की बारे में शिकायत दर्ज कराई. जहां से भी बच्चे को ढूंढने का आश्वसन दे दिया गया. लेकिन 10 तारीख से गायब हुए बेटे का 13 तारीख तक कोई पता नहीं चला. इस बीच पिता ने बेटे की गुमशुदगी के पोस्टर शहर भर में लगवाना शुरू कर दिए.
शुक्रवार शाम को घर से 60 कदम की दूरी और इलाके के थाने से महज 100 मीटर की दूरी पर मौजूद लेडीज टॉयलेट में किसी ने गुमशुदा बच्चे की जली हुई लाश पड़ी देखी. खबर आग की तरह फैल गई. विराट का परिवार और पुलिस भी मौके पर पहुंची. लाश विराट की ही थी. जो बहुत ही बुरी तरह से क्षत विक्षत हो चुकी थी. डेडबॉडी को काफी हद तक जला दिया गया था.
जब लाश मिली थी उस दौरान यूपी के प्रमुख सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा और विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना भी वहां पर एक प्रोग्राम में मौजूद थे. शोर सुनकर वे भी घटना स्थल पर पहुंचे. पुलिस पोस्टमार्टम के लिए डेडबॉडी ले जाना चाहती थी. लेकिन परिवार ने जमकर विरोध किया. उन्होंने पुलिस पर बेटे की गुमशुदगी को लेकर लापरवाही दिखाने के आरोप लगाए. फिर किसी तरह दुर्गा शंकर मिश्रा, सतीश महाना और पुलिस के समझाए जाने पर परिवार पोस्टमार्टम के लिए राजी हुआ.
विराट के पिता का कहना है कि उसने बेटे के गुमशुदा होने के बाद थाने के कई चक्कर काटे. एक दिन में चार-चार बार कंट्रोल रूम में फोन किया लेकिन कुछ हासिल नहीं हुआ. अब बेटे की लाश मिली है.
कानपुर डीसीपी रविन्द्र कुमार के मुताबिक, ऐसा लगा रहा है कि बच्चे की पहले हत्या की गई है और फिर केमिकल डालकर जलाया गया है. लाश तीन दिन पुरानी बताई जा रही है. फॉरेंसिक एक्सपर्ट ने सबूत जुटाए हैं. इलाके में पूछताछ की जा रही है. जहां पर थाना पुलिस की लापरवाही की बात सामने आ रही है. हम उसकी भी जांच करा रहे हैं.