मासूम बच्ची को आवारा कुत्तों ने नोंचा, परिजन सदमें में

इलाके में फैली सनसनी

Update: 2023-07-08 14:54 GMT
सिवनी। भोपाल में आवारा कुत्तों द्वारा एक बच्ची पर जानलेवा हमले की घटना ने पूरे मध्य प्रदेश को स्तब्ध कर दिया था। यह घटना तो सभी को याद होगी। कुछ इसी तरह की घटना सिवनी जिले में आई है। सिवनी जिले के कुरई थाना अंतर्गत सावंगी गांव में आवारा श्वानों के झुंड ने घर से कुछ दूरी पर स्कूल जा रही एक छह साल की मासूम छात्रा पर शनिवार सुबह हमला कर दिया। खूंखार श्वानों ने मासूम बच्ची के शरीर से चमड़ी नोंचकर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। प्राथमिक उपचार के बाद घायल बच्ची को कुरई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से नागपुर रेफर किया गया है।
कुरई थाना प्रभारी मदनलाल मरावी ने बताया कि छह वर्षीय श्रद्धा पुत्री राजू बरकड़े को शनिवार सुबह गांव के अन्य बच्चों के साथ स्कूल जाना था, लेकिन किसी कारणवश श्रद्धा को घर पर देर हो गई। अन्य विद्यार्थी स्कूल चले गए।ऐसे में मासूम बच्ची श्रद्धा अकेली स्कूल जा रही थी। रास्ते में मौजूद 10 से 12 आवारा श्वानों के झुंड ने पैदल जा रही मासूम बच्ची पर अचानक हमला कर दिया। श्वानों ने बच्ची को इतनी बुरी तरह दांत से नोंच-नोंचकर उसे लहुलुहान कर दिया, कि इस हमले से बच्ची के शरीर में कई जगह गहरे घाव हो गए हैं। सिर की चमड़ी पलट गई, जिसे स्वजन तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुरई लेकर आये, जहां उपचार के बाद बच्ची को नागपुर भेज दिया गया है। इस दर्दनाक घटना से पूरे गांव के लोग चिंता में आ गए हैं। कुरई बीएमओ डा. अभिषेक रैकवार ने बताया कि श्वानों के काटने से बच्ची के शरीर में कई जगह गहरे घाव हुए हैं।सिर की चमड़ी पलट गई है। प्लास्टिक सर्जरी करना पड़ सकता है। हालांकि बच्ची की हालत स्थिर है। प्राथमिक उपचार के बाद बच्ची को रेफर कर दिया गया है।
जिला शिक्षा केंद्र के डीपीसी महेश बघेल ने बताया कि इसी साल सावंगी गांव के प्राथमिक स्कूल में बच्ची ने दाखिला लिया था, जो कथा पहली में अध्ययनरत थी। घायल बच्ची के परिवार से संपर्क किया जा रहा है, बच्ची को आवश्यक मदद उपलब्ध कराई जाएगी। स्वजनों के अनुसार आवारा श्वानों के हमले से बचने बच्ची ने दौड़ लगा दी, लेकिन श्वानों ने बच्ची को पैरों से जकड़ कर गिरा दिया। श्वानों के काटने से बच्ची के कान-नाक-पैर में कई गहरे जख्म हो गए। आवारा श्वानों ने मासूम बच्ची को कुछ दूर तक घसीटा। इसी बीच बच्ची के रोने व चीख-पुकार सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंच गए और 10-12 श्वानों से घिरी लहूलुहान बच्ची को देखकर हतप्रभ रह गए। लोगों ने किसी तरह बच्ची को श्वानों के चंगुल से छुटाया। बच्ची की लहुलुहान हालत देखकर अस्पताल में वर्षा की बुआ बेहोश हो गई। स्थानीय लोगों का कहना है कि गांव में नाले के पास मछली-चिकन मांस के अवशेष को फेंका जाता है। इसे गांव के आवारा श्वानों खाते हैं। इसके चलते खूंखार श्वानों ने शनिवार को मासूम बच्ची को अपना निशाना बनाया लिया। गौरतलब है कि तीन माह पहले 29 अप्रैल को जिले के कान्हीवाड़ा थाना अंतर्गत मुंडरई गांव में आवारा श्वानों के हमले में 55 वर्षीय केसरबाई हनवत की मौत हो गई थी।
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