भारत की पहली रोबो असिस्टेड लिविंग डोनर लीवर ट्रांसप्लांट सर्जरी, मां ने बेटी को कुछ हिस्सा दिया दान, जाने सब कुछ

12 साल की लड़की जिसकी सर्जरी की गई वह प्राइमरी बिलियरी सिरोसिस की बीमारी से पीड़ित थी.

Update: 2021-03-26 12:03 GMT

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महाराष्ट्र के पुणे में अपनी 12 साल की बेटी के इलाज के लिए एक मां ने अपने लीवर का कुछ हिस्सा दान कर दिया. कहा जा रहा है कि इसके बाद भारत की पहली रोबो असिस्टेड लिविंग डोनर लीवर ट्रांसप्लांट (Robot Assisted Living Donor Liver Transplant) सर्जरी की गई.

पुणे के चिंचवड में स्थित आदित्य बिरला मेमोरियल हॉस्पिटल में भारत की यह पहली रोबो असिस्टेड लिविंग डोनर लीवर ट्रांसप्लांट सर्जरी की गई है. इस सर्जरी को डॉक्टर शरण नरुटे की अगुवाई में किया गया. 12 साल की लड़की जिसकी सर्जरी की गई वह प्राइमरी बिलियरी सिरोसिस की बीमारी से पीड़ित थी. इस बीमारी के चलते लड़की का लीवर डैमेज हो गया था और बीमारी अपने अंतिम चरण तक पहुंच गई थी.
इस बीमारी की वजह से लड़की के पेट में द्रव्य पदार्थ नहीं रुक पा रहे थे. इस बात को लेकर मरीज की मां ने अपने लीवर का कुछ हिस्सा उसे दान करने का फैसला लिया. करीब साढे छह घंटे तक ऑपरेशन चला और फिर लीवर का कुछ हिस्सा सफलतापूर्वक ट्रांसप्लांट कर दिया गया. 7 दिन के बाद लड़की को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया.
इस ऑपरेशन को लेकर डॉक्टर शरण नरुटे ने बताया कि इस प्रक्रिया में वक्त लगता है. मरीज की मां ने उसे अपने लीवर का कुछ हिस्सा दान करने का फैसला लिया, इस वजह से सर्जरी कम समय में करना संभव हो पाया.
मरीज के स्वास्थ्य में जल्द से जल्द सुधार हो पाए, इसलिए हमने रोबो असिस्टेड तकनीक का उपयोग करके लिविंग डोनर लीवर ट्रांसप्लांट सर्जरी करने का फैसला लिया. जिसमें मरीज ने भी अच्छा सहयोग दिया.
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