कनाडा में भारतीय छात्र की हत्या, मारी गई थी कई गोलियां, पिता ने सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
नई दिल्ली: कनाडा के टोरंटो में मारे गए 21 साल के छात्र कार्तिक वासुदेव का शव तीन दिन बाद भारत पहुंच चुका है. वहीं इस मामले में छात्र के परिवार ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उसके पिता जितेश वासुदेव ने कहा कि वारदात के 48 घंटे बाद भी कनाडा या भारत सरकार द्वारा कोई सहायता प्रदान नहीं की गई थी. उन्होंने कहा कि परिवार ने एक फास्ट-ट्रैक वीजा प्रक्रिया की मांग की ताकि वह तुरंत कनाडा जा सकें क्योंकि उन्हें आशंका थी कि अधिकारी मामले को रफा-दफा करने की कोशिश कर रहे हैं.
कार्तिक के पिता ने यह भी आरोप लगाया कि विदेश मंत्री जयशंकर ने जब ट्वीट कर घटना की जानकारी दी तो मैंने उस ट्वीट का जवाब दिया था, लेकिन भारत सरकार की ओर से कोई भी उनके पास नहीं पहुंचा."
कनाडा पुलिस ने बताया कि छात्र का शव टोरंटो की ग्लेन रोड पर शेरबोर्न मेट्रो स्टेशन के एंट्रेस गेट पर मिला. वह गुरुवार को घर से काम पर जाने के लिए निकला था, तभी यह वारदात हुई. शुरुआती जांच में पुलिस को अश्वेत व्यक्ति सीसीटीवी फुटेज में दिखा, जिसके हाथ में बंदूक थी. पुलिस को शक है कि इसी शख्स ने छात्र को गोली मारी है. पुलिस उसकी तलाश में जुट गई है.
कार्तिक पिता जितेश वासुदेव ने कहा, "हमने सब कुछ खो दिया है. वह सिर्फ अपने सपनों को पूरा करने की कोशिश कर रहा था. कनाडा आने का उसका सपना था. टोरंटो में स्कूल में एडमिशन के लिए पाने के लिए तीन साल तक कड़ी मेहनत की थी.
कार्तिक पिता जितेश वासुदेव के मुताबिक कार्तिक 4 जनवरी को टोरंटो शहर में ग्लोबल मार्केटिंग की पढ़ाई करने गया था. वह अपनी चचेरी बहन निधि वैध के साथ वहां रहता था. वह वहां एक निजी कंपनी में जॉब करती हैं. 15 दिन पहले ही कार्तिक ने पढ़ाई के साथ-साथ एक मैक्सिकन रेस्तरां में पार्ट टाइम जॉब शुरू की थी.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट किया कि वह टोरंटो में एक भारतीय छात्र की मौत की घटना से दुखी हैं, जिसकी गोली लगने से मौत हो गई थी.
टोरंटो में भारत के महावाणिज्य दूतावास ने ट्विटर पर लिखा, "टोरंटो में गोलीबारी की घटना में भारतीय छात्र कार्तिक वासुदेव की हत्या से हम स्तब्ध और व्यथित हैं. हम परिवार के संपर्क में हैं और शवों को जल्द से जल्द वापस लाने में हर संभव मदद करेंगे.