भारतीय समाज और खेल दिवस

Update: 2023-08-28 12:12 GMT

डॉक्टर आलोक कुमार द्विवेदी

हमारा भारत देश स्वतंत्रता दिवस की 77 अमृत वर्ष के रूप में मना रहा है। आज हम विश्व में जो हमारा स्थान है उसमें निश्चित ही खेल का महत्वपूर्ण योगदान है। जब हमारा भारत देश आजाद हुआ उसकी पूर्व हमारे प्रमुख खेल राजघराने तथा सेना के आईना थे।

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परंतु जैसे ही भारत देश आजाद हुआ और विकास के रास्ते पर आकर्षित हुआ तो हमारे भारत देश के प्रमुख खेल तथा खेल प्रेमियों ने अपने अथक मेहनत से खेल के माध्यम से विश्व में भारत देश को पहचान दें इसी कड़ी में दादा ध्यानचंद के नेतृत्व में भारत ने हॉकी में लगातार तीन बार ओलंपिक खेलों में 1928, 1932 तथा 1936 स्वर्ण पदक जीतकर भारत को विश्व में एक पहचान दिलाई तथा भारतीय उपमहाद्वीप में हॉकी को राष्ट्रीय खेल का दर्जा दिलाया। वही कुश्ती में दारा सिंह, गामा पहलवान तथा चंदगी राम ने ने विश्व में भारत को पहचान दिलाई। उस समय भारतीय खेल तथा भारतीय खेल प्रेमी भारतीय ग्रामीण आंचल में अपनी जबरदस्त पहचान बन चुका था।

जब अंतरिक्ष में राकेश शर्मा के नेतृत्व में हमारा भारत देश पहुंचा तो वही कपिल देव के नेतृत्व में 1983 में प्रथम बार एक दिवसीय क्रिकेट प्रतियोगिता में वेस्टइंडीज को हराकर विश्व विजेता बना जिसके कारण विश्व में भारत को खेल के माध्यम से जबरदस्त पहचान मिली और भारतीय उपमहाद्वीप में क्रिकेट के माध्यम से जाना जाने लगा जैसे एथलेटिक्स में केन्या, जमैका तथा यूरोप को फुटबॉल के माध्यम से विश्व में पहचान मिली।

अगर हम भारत को विश्व में सामरिक शक्ति, आर्थिक शक्ति, वैज्ञानिक प्रौद्योगिकी के रूप में जानते हैं तो इसमें कोई दो राय नहीं है कि हम विश्व में खेल शक्ति के रूप में अपनी अलग पहचान बनाने में कामयाब हुए हैं।

हमारे देश में सन 2012 से खेल दिवस दादा ध्यानचंद के जन्मदिवस 29 अगस्त के दिन मनाया जाता है। उनका जन्म 29 अगस्त 1905 को इलाहाबाद में हुआ। उन्होंने 42 वर्ष तक भारतीय हॉकी की सेवा की और 1948 में उन्होंने भारतीय हॉकी से संन्यास ले लिया।

29 अगस्त को खेल दिवस इसलिए मनाया जाता है कि दादा ध्यानचंद के नेतृत्व में भारतीय हॉकी के द्वारा ओलंपिक में तीन स्वर्ण पदक मिला जो की उनके द्वारा भारतीय खेल प्रेमियों तथा भारत को दिया गया एक नया तोहफा है।

आज के दिन खेल दिवस के अवसर पर समाज में खेल के महत्व तथा उसकी भूमिका के बारे में युवाओं को जानकारी दी जाती है तथा राष्ट्रपति भवन में भारतीय खेल प्रतिभाओं को खेल पुरस्कारों से सम्मानित किया जाता है।

आज हमारा देश खेल के माध्यम से विश्व शक्ति के रूप में जाना जाता है तो इसका श्रेय हमारे भारतीय समाज, समर्पित खिलाड़ियों की मेहनत तथा हमारे भारत सरकार की अब तक की योजनाओं को जाता है।

खेल दिवस के उपलक्ष में ढेर सारी शुभकामनाएं।

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