PPT किट धोखाधड़ी का पर्दाफाश करने वाली भारतीय मूल महिला की दक्षिण अफ्रीका में हत्या
PPT किट धोखाधड़ी का पर्दाफाश करने वाली भारतीय मूल महिला की दक्षिण अफ्रीका में हत्या
जोहान्सबर्ग, कोरोना महामारी की लहर के दौरान पिछले साल देश में करोड़ों डॉलर के पीपीइ करोड़ों डॉलरकरोड़ों डॉलरकिट धोखाधड़ी के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देने वाली दक्षिण अफ्रीका में भारतीय मूल की 53 वर्षीय एक महिला की कथित तौर पर हत्या कर दी गई। अधिकारियों को घटना की उच्च स्तरीय जांच शुरू करने के लिए कहा गया है। पीपीइ किट धोखाधड़ी का पर्दाफाश करने वाली महिला का नाम बबीता देवकरण है। वह गौतेंग प्रांतीय स्वास्थ्य विभाग में एक वरिष्ठ अधिकारी थीं। उनकी हत्या तब कि गई जब वह मंगलवार को अपने बच्चे को स्कूल छोड़ने के बाद जोहान्सबर्ग उपनगर में घर लौटीं। उनकी कार के दरवाजे की तरफ से कई बार गोली मारी गई थी। उन्हें अस्पताल ले जाया गया लेकिन उन्होंने दम तोड़ दिया।
देवकरण की हत्या की एक उच्च स्तरीय जांच शुरू की गई है, जिन्होंने पिछले साल दक्षिण अफ्रीका में COVID-19 लॉकडाउन के दौरान व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण यानी पीपीइ किट की आपूर्ति में 330 मिलियन से अधिक रैंड (20 मिलियन अमरीकी डालर से अधिक) की धोखाधड़ी के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी थी।
सीरियस क्राइम इन्वेस्टिगेशन यूनिट (एसआइयू) के प्रवक्ता कैसर कागन्यागो ने कहा कि देवकरण स्वास्थ्य विभाग में भ्रष्टाचार की इकाई की जांच में गवाहों में से एक थी, देवकरण ने कभी भी ऐसा नहीं बताया कि उन्हें जांच प्रक्रिया की वजह से खतरा महसूस हुआ। गौतेंग के प्रीमियर डेविड मखुरा ने कहा कि प्रांतीय सरकार की ओर से, मैं देवकरण परिवार और गौतेंग स्वास्थ्य विभाग में उनके सहयोगियों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करना चाहता हूं। अपराधियों की तलाश के लिए एक प्रांतीय पुलिस कार्य दल की स्थापना की गई है। उन्हें न्याय दिलाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएं जाएगे।
डेविड मखुरा ने कहा कि भ्रष्टाचार और सार्वजनिक संसाधनों की लूट के अपराधियों को गिरफ्तार करने के लिए उन्होंने अपने दिल से काम किया। उनके कर्तव्यनिष्ठ और साहसी नेतृत्व के परिणामस्वरूप प्रीमियर के कार्यालय और एसआइयू को जांच के लिए महत्वपूर्ण सबूत प्रदान किए। उन्होंने आगे कहा कि राज्य के संसाधनों को लूटने वाले आपराधिक गिरोहों से नहीं डरेंगे। उन अधिकारियों की सुरक्षा के लिए कदम उठा रहे हैं जो धमकियों, डराने-धमकाने और बेवजह हत्या के निशाने पर हैं।