तिरुवनंतपुरम: संयुक्त अरब अमीरात में एक भारतीय हेल्थ वर्कर ने 6 महीने तक कोरोना से चली जंग में जीत हासिल की है. वायरस को हराने वाले अरुण अब ठीक हैं और जल्द ही अपने परिवार और दोस्तों से मुलाकात करने के लिए अपने राज्य केरल आने वाले हैं.
संक्रमण को हराने वाले अरुण कुमार एम नायर पिछले 13 सालों से अबू धाबी के एलएलएच अस्पताल में ऑपरेश थियेटर (OT) टेक्नीशियन हैं. कोरोनाकाल में अरुण अबू धाबी में फ्रंटलाइन वर्कर के तौर पर काम कर रहे थे. वे जुलाई 2021 में कोरोना से संक्रमित हो गए. तब से ही उनका इलाज चल रहा था. UAE की एक हेल्थकेयर कंपनी ने उनकी काफी मदद की.
कोरोना संक्रमित होने के बाद अरुण ने खुद को क्वारंटाइन कर लिया था. लेकिन कुछ ही दिनों में उनकी हालत बिगड़ने लगी. उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी. जांच में सामने आया कि कोरोना ने उनके फेफड़ों को बुरी तरह नुकसान पहुंचाया है. जब अरुण को सांस लेने में परेशानी होने लगी तो उन्हें कृत्रिम फेफड़े (ECMO machine) के जरिए सांस देना शुरू किया गया. संक्रमित रहने के दौरान उन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ा. उन्हें हर्ट अटैक (cardiac arrest) भी आया. अरुण को ट्रेकियोस्टोमी और ब्रोंकोस्कोपी भी करवानी पड़ी. उनके इलाज के लिए VPS हेल्थकेयर ने 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी. इस हेल्थकेयर ग्रुप के मालिक भारतीय मूल के एक बिजनसमैन हैं. हेल्थकेयर ग्रुप ने अरुण की पत्नी को नौकरी की पेशकश की है. साथ ही उनके बच्चे की शिक्षा के लिए पॉलिसी देने का भी ऐलान किया है.
अरुण 118 दिनों तक कृत्रिम फेफड़े की मदद से सांस लेने के बाद अब ठीक हो गए हैं. वह अपने परिवार और दोस्तों से मिलने के लिए केरल लौटने वाले हैं. अबू धाबी के बुर्जील अस्पताल में अरुण के ठीक होने पर उनके साथियों ने एक कार्यक्रम किया. इसमें अरुण को आर्थिक मदद दी गई. इस कार्यक्रम में मलयाली एक्टर और फिल्म मिन्नल मुरली के स्टार टोविनो थॉमस भी पहुंचे. उन्होंने कहा कि अरुण ने एक सुपरहीरो की तरह संक्रमण को मात दी है. ठीक होने के बाद अरुण ने कहा, "मुझे कुछ भी याद नहीं है, मैं जानता हूं कि मैं मुश्किल से मौत के मुंह से निकला हूं. यह मेरे परिवार, दोस्तों और सैकड़ों लोगों की प्रार्थनाओं की ताकत है"