नई दिल्ली (आईएएनएस)| लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भूटान की नेशनल असेंबली से आए संसदीय शिष्टमंडल का संसद भवन परिसर में स्वागत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत की नेबरहुड फस्र्ट नीति ने भारत-भूटान संबंधों को नई दिशा दी है और भारत सदैव भूटान का विश्वसनीय मित्र रहेगा। लोक सभा अध्यक्ष ने कहा कि भारत सरकार भूटान के लोगों की आकांक्षाओं और प्राथमिकताओं के अनुरूप भूटान के साथ द्विपक्षीय सहयोग का दायरा बढाने के लिए प्रतिबद्ध है। भारत सरकार ने इस वर्ष केन्द्रीय बजट से 2400 करोड़ रुपये भूटान को आवंटित किए है, जो भूटान और भारत के घनिष्ठ संबंधों को दर्शाता है।
भूटान की नेशनल असेंबली के स्पीकर, वांग्चुक नामग्याल के नेतृत्व में भारत आए एक संसदीय शिष्टमंडल के साथ सोमवार को संसद भवन परिसर में बैठक के दौरान बिरला ने कहा कि विश्व का सबसे प्राचीन और जीवंत लोकतंत्र होने के कारण भारतीय संसद 140 करोड़ नागरिकों की आशाओं और आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित करती है। बजट सत्र का उल्लेख करते हुए बिरला ने कहा कि सत्र के दौरान सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों तथा उनके वित्तीय आवंटन पर चर्चा की जाएगी।
अमृत काल के सन्दर्भ में उन्होंने शिष्टमंडल के सदस्यों को बताया कि भारत को विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में अगले 25 वर्षों के लिए कृषि, उद्योग, इन्फ्रास्ट्रक्च र, विज्ञान, डिजिटल अर्थव्यवस्था, ग्रीन ऊर्जा तथा जलवायु परिवर्तन के क्षेत्रों में विकास की व्यापक कार्य योजना बनाई जा रही है। उन्होंने आगे कहा कि इस लक्ष्य की प्राप्ति में मित्र देशों के सहयोग की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। इस अवसर पर उन्होंने भूटान के वर्ष 2034 तक उच्च आय अर्थव्यवस्था बनने के लक्ष्य की सराहना भी की।
बिरला और नामग्याल द्वारा दोनों संसदों के बीच सहयोग के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर भी किए गए।