भारत ने अफगानिस्तान से लोगों को निकालने के लिए मिशन को 'ऑपरेशन देवी शक्ति' नाम रखा
अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद वहां से भारतीय नागरिकों को अफगान सहयोगियों को निकाले जाने की प्रक्रिया जारी है.
अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद वहां से भारतीय नागरिकों को अफगान सहयोगियों को निकाले जाने की प्रक्रिया जारी है. भारत सरकार ने अफगानिस्तान से नागरिकों को निकालने के अभियान को "ऑपरेशन देवी शक्ति" दिया है. इस अभियान के नाम का पता तब चला जब विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को दुशांबे से 78 लोगों के भारत आने पर इसका जिक्र किया.
भारत ने मंगलवार को दुशांबे से 78 लोगों को वापस लाया, जिनमें 25 भारतीय नागरिक और कई अफगान सिख एवं हिंदू शामिल हैं. एक दिन पहले उन्हें भारतीय वायु सेना के सैन्य परिवहन विमान से काबुल से दुशांबे पहुंचाया गया था. एस जयशंकर ने ट्विटर पर लिखा, "ऑपरेशन देवी शक्ति जारी है. काबुल से दुशांबे के जरिए 78 लोग पहुंचे हैं. भारतीय वायुसेना, एयर इंडिया और टीम विदेश मंत्रालय को उनके बिना थके प्रयासों के लिए सलाम."
अफगानिस्तान से लोगों को निकालने के अभियान के तहत भारत सिख और हिंदू समुदाय के अफगान समेत 800 से अधिक लोगों को यहां ला चुका है. तालिबान के कब्जे के बाद हजारों लोग काबुल एयरपोर्ट पर जमा हो रहे हैं और देश छोड़ने की कोशिश कर रहे हैं. भारत ने भी 16 अगस्त से लोगों को निकालने का अभियान शुरू किया था.मंगलवार को एयर इंडिया की फ्लाइट के जरिए दुशांबे से दिल्ली लाए गए लोगों के साथ गुरु ग्रंथ साहिब की तीन प्रतियां भी हैं. दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी और वी मुरलीधरन ने उनका स्वागत किया. पुरी ने ट्वीट किया, "कुछ देर पहले श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के तीन पवित्र स्वरूप काबुल से दिल्ली लाए गए. इनका स्वागत कर धन्य हुआ."
वहीं विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने ट्वीट किया, "मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी जी के साथ श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का स्वागत किया जो अफगानिस्तान से लोगों के साथ लाए गए हैं." इससे पहले विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा था कि 78 लोगों को एयर इंडिया की उड़ान से दिल्ली लाया जा रहा है.
सोमवार को आए थे 146 भारतीय नागरिक
इससे पहले सोमवार को अफगानिस्तान से निकालकर लाए गए 146 भारतीय नागरिक कतर की राजधानी से 4 अलग-अलग विमानों के जरिए भारत पहुंचे थे. इन नागरिकों को अमेरिका और उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (NATO) के विमान के जरिए पिछले कुछ दिन में काबुल से दोहा ले जाया गया था.
भारत तीन उड़ानों के जरिए दो अफगान सांसदों समेत 392 लोगों को रविवार को देश वापस लाया था. इससे पहले, 16 अगस्त को 40 से अधिक लोगों को स्वदेश लाया गया था जिनमें से ज्यादातर भारतीय दूतावास के कर्मी थे. काबुल से दूसरे विमान से 150 लोगों को लाया गया, जिनमें भारतीय राजनयिक, अधिकारी, सुरक्षा अधिकारी और कुछ अन्य भारतीय थे, जिन्हें 17 अगस्त को लाया गया था.