कुंठित अर्थव्यवस्था की बजाय सबकी तृप्ति वाली अर्थव्यवस्था में बदल रहा है भारत: धर्मेंद्र प्रधान
नई दिल्ली (आईएएनएस)| भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दूसरे और अंतिम दिन, मंगलवार को पहले सत्र के दौरान पेश किए गए सामाजिक और आर्थिक संकल्प पत्र में अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया गया। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सामाजिक और आर्थिक संकल्प पत्र के बारे में बताते हुए कहा कि दूसरे दिन के पहले सत्र में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने यह प्रस्ताव रखा जिसका अनुमोदन केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन और हरियाणा से सांसद सुनीता दुग्गल ने किया।
प्रधान ने कोरोना के वैश्विक संकट के दौरान मोदी सरकार के कामकाज और समाज के हर वर्ग के कल्याण के लिए पिछले आठ सालों के दौरान मोदी सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का जिक्र करते हुए हुए कहा कि 2014 में जब मोदी सरकार सत्ता में आई थी तो भारत की अर्थव्यवस्था विश्व में 10वें स्थान पर थी लेकिन आज भारत यूके को पीछे छोड़कर दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई है।
प्रधान ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत उत्पादनकारी अर्थव्यवस्था की तरफ बढ़ रहा है। डिजिटल ट्रांजैक्शन के मामले में भारत दुनिया के लीडर के रूप में उभर रहा है। विश्व का 40 प्रतिशत डिजिटल ट्रांजैक्शन अकेले भारत में हो रहा है। वैश्विक नेतृत्व भारत ले रहा है। प्रस्ताव में जी-20 के सफल नेतृत्व के लिए प्रधानमंत्री मोदी की सराहना और प्रशंसा की गई है। कार्यकारिणी की बैठक में विदेश मंत्री एस. जयशंकर इसे लेकर अलग से भी एक प्रस्ताव पेश करेंगे।
प्रधान ने प्रस्ताव की जानकारी देते हुए आगे कहा कि एक समय पर भारत को कुंठित अर्थव्यवस्था वाला देश कहा जाता था जहां कुछ ही लोगों के लिए नीतियां बना करती थी लेकिन मोदी सरकार ने सबका साथ, सबका विकास की सोच के साथ भारत को सबकी तृप्ति वाली अर्थव्यवस्था में बदल दिया है जहां सबकी भलाई के लिए नीतियां बनाई जा रही है।
अर्थव्यवस्था और महंगाई को लेकर विपक्ष द्वारा लगाए जा रहे आरोपों को खारिज करते हुए धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि सरकार विपक्ष की आलोचना को सकारात्मक तरीके से लेती है लेकिन सच्चाई यह है कि भारत में मुद्रास्फीति की दर विश्व के अन्य देशों की तुलना में कम है। उन्होंने कहा कि पिछले आठ वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक समावेशी सर्वस्पर्शी समाज बनाने हेतु काम हो रहा है। विश्व की कठिन परिस्थितियों में भी मोदी की विचार स्पष्टता और कुशल नीतियों के सफल क्रियान्वयन के कारण समाज का सशक्तिकरण हो रहा है।
प्रधान ने कोविड की वैश्विक चुनौतियों के बीच स्वदेशी टीका बनने, देश के अंदर 219 करोड़ टीके लगने के साथ ही विदेशों को भेजे गए 30 करोड़ टीकों का जिक्र करते हुए कहा कि दुनिया ने भारत की भूमिका को सराहा।
केंद्रीय मंत्री ने 80 करोड़ से ज्यादा लोगों को दिए जा रहे मुफ्त खाद्यान्न, सबके लिए आवास, वैश्विक जीडीपी में बढ़ रही भारत की हिस्सेदारी, किसानों के कल्याण के लिए चलाई जा रही योजनाओं, युवा उद्यमियों के लिए चलाई जा रही मुद्रा योजना, मध्यमवर्गीय लोगों के लिए कल्याण योजना, रोजगार एवं स्वरोजगार, लगातार बढ़ रहे टैक्स कलेक्शन और जीएसटी कलेक्शन जैसी कई उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि स्टार्टअप इंडिया के माध्यम से आज देश के नौजवान जॉब सीकर से जॉब क्रिएटर बन रहे हैं। 100 से अधिक यूनिकॉर्न बने हैं। देश के नौजवान उद्यमी बन रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि दूर-दराज के क्षेत्रों में आदिवासी बच्चों के शैक्षिक पाठ्यक्रम हेतु एकलव्य विद्यालय चलाए जा रहे हैं। आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को सशक्त करने हेतु आरक्षण की व्यवस्था की गई है। देशवासियों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान के मुताबिक गुलामी की मानसिकता से बाहर लाने के लिए प्रधानमंत्री ने राजपथ का नाम बदलकर कर्तव्य पथ कर दिया और सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा कर्तव्यपथ की शोभा बढ़ा रही है।