नई दिल्ली (आईएएनएस)| भारत की जी-20 की अध्यक्षता के तहत डब्ल्यू-20 (महिला 20) की पहली बैठक में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने लैंगिक समानता और महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देने वाली नीतियों और प्रतिबद्धताओं की घोषणा की।
केंद्रीय महिला और बाल कल्याण मंत्री स्मृति ईरानी ने सोमवार को दो दिवसीय वुमन-20 परिषद का उद्घाटन करते हुए कहा 1.4 मिलियन निर्वाचित महिला प्रतिनिधियों के साथ देश में आपका स्वागत है, महिलाओं को किनारे नहीं किया जाना चाहिए, उन्हें केंद्र स्तर पर ले जाने दें क्योंकि दुनिया समाधान की राह देख रही है।
विश्व के 20 देशों से आई जी-20 देशों की सदस्यों के समक्ष अपने विचार व्यक्त करते हुए स्मृति ईरानी ने कहा कि जलवायु कार्रवाई और वित्तीय समाधानों की आवश्यकता पर दुनिया का ध्यान आकर्षित करते हैं, हमें महिलाओं के लिए पहले उत्तरदाताओं के रूप में रूपरेखा के बारे में सोचने की आवश्यकता है। परिषद में महिलाओं के उन्नति के लिए होने वाला मंथन विश्व को आगे ले जाने वाले साबित होगा। क्योंकि, भारत यह महिला सक्षमीकरण के लिए काफी बेहतर है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही मुद्रा लोन का लाभ 2 करोड़ 30 लाख महिलाओं ने लेकर उद्योग शुरू किया है। भारत में 6 लाख 22 हजार देहात है। उसमें 8 करोड़ से अधिक महिलाएं खेती व्यवसाय से जुड़ी हुई है। उन महिलाओं ने अब डिजीटल इंडिया से व्यवहार शुरू किया है। जिसके चलते गत कुछ सालों में भारत पूरी तरह बदला है। अतुल्य भारत अब डिजीटल इंडिया के रुप में पहचाने जाने लगा है। यहीं कारण है कि नए भारत का पासवर्ड महिला के हाथ में है।
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कार्यक्रम में उनके निकट महिलाओं की अधिक संख्या देखकर कहा कि मेरे आस-पास महिलाओं की आवाजाही थी, परंतु पुरुष एक साइड खड़े हुए थे। इस पर स्मृति ईरानी ने नाराजगी जताते हुए कहा कि पुरुषों को हम अलग नहीं रख सकते, हर कार्य में पुरुषों का साथ रहना जरुरी है। तब जाकर ही हम आगे बढ़ पाएंगे।
डब्ल्यू-20, 2023 महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास की बाधाओं को दूर करने और महिलाओं के लिए एक ऐसा सक्षम वातावरण और इकोसिस्टम सुनिश्चित पर ध्यान केन्द्रित कर रहा है, जहां उनकी पूरी क्षमता का पता चल से, उनके जीवन के साथ-साथ दूसरों का भी जीवन बदले।
डब्ल्यू-20 2023 द्वारा जो लक्ष्य निर्धारित किया गया है, वह एक मजबूत डब्ल्यू-20 वैश्विक और राष्ट्रीय नेटवर्क की स्थापना करते हुए पिछली अध्यक्षताओं से डब्ल्यू-20 एजेंडे की निरंतरता सुनिश्चित करना है। इस समावेशी परामर्श और कार्य का डब्ल्यू-20 की आधिकारिक सूचनाओं और जी-20 नेताओं के घोषणापत्र के विकास पर प्रभाव पड़ेगा। डब्ल्यू-20, 2023 का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि डब्ल्यू-20 की आधिकारिक सूचना प्रदर्शक और व्यापक है और दुनिया भर में महिलाओं की स्थिति को बेहतर करने के लिए समाधान प्रदान करेगी।
भारत की अध्यक्षता के तहत डब्ल्यू-20 के पांच प्राथमिकता वाले क्षेत्र हैं, जिनमें शामिल हैं, उद्यमिता में महिलाएं, जमीनी स्तर पर महिला नेतृत्व, लैंगिक डिजिटल विभाजन को कम करना, शिक्षा और कौशल विकास और जलवायु लचीलेपन कार्य में परिवर्तन निमार्ताओं के रूप में महिलाएं और लड़कियां।