भारत का आज 105 करोड़ मील के पत्थर को पार कर 51 लाख से ज्यादा लगाये वैक्सीन डोज

भारत का कोविड-19 टीकाकरण (Covid-19 Vaccination) कवरेज शुक्रवार को 105 करोड़ मील के पत्थर (1,05,37,14,062) को पार कर गया है. आज शाम 7 बजे तक 51 लाख (51,59,251) से अधिक वैक्सीन डोज दिए जा चुके हैं.

Update: 2021-10-29 16:12 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क :-  भारत का कोविड-19 टीकाकरण (Covid-19 Vaccination) कवरेज शुक्रवार को 105 करोड़ मील के पत्थर (1,05,37,14,062) को पार कर गया है. आज शाम 7 बजे तक 51 लाख (51,59,251) से अधिक वैक्सीन डोज दिए जा चुके हैं. आज देर रात तक दिन के लिए अंतिम रिपोर्ट के साथ दैनिक टीकाकरण संख्या बढ़ने की उम्मीद है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया (Mansukh Mandaviya) ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा कि देश में अब तक कोरोना वैक्सीन के 105 करोड़ टीके लगाए जा चुके हैं.

इसी महीने 21 अक्टूबर को भारत ने 100 करोड़ वैक्सीनेशन का आंकड़ा पूरा किया था. भारत ने सिर्फ 10 महीने में असंभव को संभव कर दिखाया. करीब 130 करोड़ की आबादी में कोरोना वैक्सीन की 100 करोड़ वैक्सीनेशन का डोज का आंकड़ा देश के लिए बेहतरीन उपलब्धि है. भारत की इस कामयाबी ने दुनिया को चौंका दिया है. भारत ने अपने देश की जनता के साथ दुनिया के और देशों को भी वैक्सीन की करोड़ों डोज दी हैं.
'हर घर दस्तक' अभियान किया जाएगा शुरू
गुरुवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि कोरोना वैक्सीनेशन में खराब प्रदर्शन वाले जिलों में घर-घर जाकर कोविड-19 टीकाकरण के लिए अगले महीने के दौरान 'हर घर दस्तक' अभियान ('Har Ghar Dastak' campaign) शुरू किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य लोगों को घातक वायरस से बचाव के लिए पूर्ण टीकाकरण के लिए प्रेरित करना होगा.
स्वास्थ्य मंत्रालय के एक बयान के अनुसार विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ एक राष्ट्रीय समीक्षा बैठक के दौरान मंडाविया ने कहा कोई भी जिला ऐसा नहीं रहना चाहिए जहां पूर्ण टीकाकरण नहीं हो. उन्होंने कहा कि हर घर दस्तक अभियान जल्द ही खराब प्रदर्शन करने वाले जिलों में लोगों को पूर्ण टीकाकरण के लिए उत्साहित करने और प्रेरित करने के लिए शुरू होगा.
मनसुख मंडाविया ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को धनवंतरी जयंती के अवसर पर दो नवंबर को अभियान शुरू करने का सुझाव दिया. ऐसे लगभग 48 जिलों की पहचान की गई है जहां पात्र लाभार्थियों में से 50 फीसदी से भी कम लोगों ने पहली खुराक ली है. सरकार का लक्ष्य है कि नवंबर 2021 तक सभी लोगों को कोरोना की पहली खुराक मिल जानी चाहिए.


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