भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर 10वें दौर की कमांडर स्तर की बैठक 16 घंटे तक चली. मोल्डो में हुई यह बैठक 21 फरवरी को रात दो बजे खत्म हुई. आर्मी सूत्रों के मुताबिक दोनों तरफ से विवादित क्षेत्रों में विघटन ( डिसइंगेजमेंट) को लेकर चर्चा की गई जिसमें गोगरा हाइट्स, हॉट स्प्रिंग और डेप्सांग जैसे क्षेत्र शामिल रहे.
इस वार्ता के लिए भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन ने किया. वह लेह स्थित 14वीं कोर के कमांडर हैं. दूसरी ओर चीन की तरफ से इस बैठक का नेतृत्व मेजर जनरल लिउ लिन ने किया. वह चीनी सेना के दक्षिणी शिनजियांग सैन्य जिले के कमांडर हैं.
बैठक से पहले चीन की तरफ से यह बात भी स्वीकार की गई थी कि गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प में उसके भी सैनिक मारे गए थे. चीन की तरफ से उसके चार सैनिकों की जानकारी साझा की गई है. ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक चीन के केंद्रीय सैन्य आयोग ने कारोकोरम पर्वत पर तैनात रहे पांच चीनी सैनिकों के बलिदान को याद किया है. इनमें से चार की मौत झड़प के दौरान हुई थी जबकि एक की मौत रेस्क्यू के दौरान नदी में बहने से हुई थी.