नईदिल्ली | पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बीते सप्ताह एक अगस्त को भारत से बातचीत की पेशकश की थी. जिसके जवाब में भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा था कि हम सभी देशों से मैत्रीपूर्ण संबंध चाहते हैं. लेकिन पाकिस्तान से बाचतीच शुरू करने लिए आतंक और शत्रुता से मुक्त माहौल जरूरी है. वहीं, पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने एक बार फिर इस पर प्रतिक्रिया दी है. इसके अलावा हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा और मणिपुर के हालिया घटनाक्रम पर भी पाकिस्तान ने टिप्पणी की है.
सोमवार को साप्ताहिक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलूच ने कहा कि पाकिस्तान अपने पड़ोसी (भारत) से बातचीत करने के लिए तैयार है. बशर्ते कि पड़ोसी (भारत) भी गंभीर मामलों पर बात करने के लिए गंभीर हो… क्योंकि युद्ध अब कोई विकल्प नहीं है. भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से की गई टिप्पणी को लेकर उन्होंने कहा कि शांति और बातचीत का माहौल बनाना अब भारत के पाले में है.
मुमताज जहरा बलूच ने यह भी कहा कि पाकिस्तान और भारत के बीच बातचीत महत्वपूर्ण है लेकिन इसके लिए क्षेत्र में भारत की आक्रामकता खत्म होनी चाहिए. इसके अलावा, उन्होंने कहा कि विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल जैसे हिंदू वर्चस्ववादी संगठन भारतीय मुसलमानों को डराने और उनके खिलाफ हिंसा कर रहे हैं, जो गंभीर चिंता का विषय है.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने की थी बातचीत की पेशकश
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बीते मंगलवार (1 अगस्त) को एक बार भारत से बातचीत की पेशकश की थी. पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा था, "हम सबसे बात करने के लिए तैयार हैं. यहां तक कि अपने पड़ोसी के साथ भी. बशर्ते कि पड़ोसी भी गंभीर मुद्दों पर बात करने के लिए गंभीर हो. क्योंकि जंग अब कोई समाधान नहीं है. जब तक दोनों देशों के बीच अनसुलझे मुद्दों का समाधान नहीं किया जाता, तब तक दोनों देश 'सामान्य पड़ोसी' नहीं बन सकते."
पाकिस्तान की ओर से भारत को दिए गए बातचीत के ऑफर पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा था, "हम सभी देशों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध चाहते हैं. लेकिन इसके लिए आतंकवाद से मुक्त माहौल जरूरी है."
गेंद भारत के पाले में: पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलूच ने सोमवार को कहा, "पाकिस्तान शांतिपूर्ण पड़ोस में विश्वास करता है और अपने सभी पड़ोसियों के साथ आपसी सम्मान और अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुरूप शांति चाहता है."
नूंह हिंसा को लेकर पाकिस्तान ने कही ये बात
बीते 31 जुलाई को हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा और मणिपुर के हालिया घटनाक्रम पर टिप्पणी करते हुए पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत में अल्पसंख्यकों को निशाना बनाने की घटना में चिंताजनक वृद्धि हुई है.
प्रवक्ता मुमताज जहरा बलूच ने कहा," हम मणिपुर के हालिया घटनाक्रम और सांप्रदायिक और जातीय हिंसा को लेकर चिंतित हैं. हाल ही में गुरुग्राम की एक मस्जिद में आग लगा दी गई थी. इसके अलावा, एक इमाम की हत्या भी कर दी गई. विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल जैसे हिंदू वर्चस्ववादी संगठन भारतीय मुसलमानों को डराने और उनके खिलाफ हिंसा कर रहे हैं, जो गंभीर चिंता का विषय है.
पिछले हफ्ते हरियाणा के नूंह में भड़की सांप्रदायिक हिंसा के बाद गुरुग्राम की एक मस्जिद में आग लगा दी गई थी. इस हमले में एक इमाम की मौत हो गई थी.