राजस्थान। राजधानी समेत प्रदेशभर में रविवार को 6 हजार से अधिक पेट्रोल पंप सुबह 6 से शाम 6 बजे तक सांकेतिक हड़ताल पर रहे पेट्रोलियम डीलर्स की देर रात तक बैठक के बाद सोमवार से आहूत बेमियादी हड़ताल स्थगित कर दी है। डीलर्स का कहना है कि राज्य सरकार ने 3 अक्टूबर को फिर बैठक बुलाई है। उम्मीद है उस बैठक में कोई रास्ता निकल जाएगा। इधर, कैबिनेट मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने कहा कि पेट्रोल डीजल का मामला राजस्थान सरकार नहीं, बल्कि केंद्र की सरकार का मामला है। राजस्थान में वैट और अन्य टैक्स वही हैं, जो वसुंधरा राजे की सरकार में थे। केंद्र ने तो सैस व एक्साइड डयूटी लगाकर राज्यों के हिस्सा खत्म कर दिया। बहरहाल, राजधानी जयपुर में रविवार को दिनभर पंपों के बंद का असर देखा गया। हालांकि, यहां 7 कोको पंप खुलने की स्थिति में लोगों को वहां पेट्रोल- डीजल मिला। लोगों का कहना है कि आए दिन डीलर्स की हड़ताल की वजह से हम तंग आ गए हैं। सरकार और इनके बीच की आपसी लड़ाई में आम जनता का नुकसान हो रहा है। गौरतलब है कि डीलर्स ने 15 सितंबर को भी वैट कम करने 9की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल की थी। इसके बाद कमेटी बनी, जिसे 10 दिन में वैट की समीक्षा करके मुख्यमंत्री के सामने रिपोर्ट पेश करनी थी। इसके बाद भी काेई हल नहीं निकला तो डीलर्स सुबह 6 से शाम 6 बजे तक पंप बंद रख रहे थे। उनका सोमवार से बेमियादी हड़ताल पर जाने का इरादा था।