भोपाल (आईएएनएस)| कोरोना महामारी के दौर में कई देशों में टीकाकरण के प्रति लोगों के विश्वास में कमी दर्ज की गई, मगर भारत ऐसे देशों में है जहां टीकाकरण के प्रति लोगों का रुझान बढ़ा है। मध्य प्रदेश ऐसा राज्य है जहां बाल टीकाकरण में छह फीसदी का इजाफा दर्ज किया गया है। ऐसा लोगों में टीकाकरण के प्रति बढ़े भरोसे का माना जा रहा है।
यूनिसेफ इंडिया ने वैश्विक फ्लैगशिप रिपोर्ट द स्टेट ऑफ द वल्र्डस चिल्ड्रन 2023: फॉर एवरी चाइल्ड, वैक्सीनेशन जारी की, जिसमें बाल टीकाकरण के महत्व पर रोशनी डाली गई है। द वैक्सीन कोन्फीडेंस प्रोजेक्ट के द्वारा संग्रहीत डेटा पर आधारित (लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन और ट्रापिकल मेडिसिन) और यूनिसेफ द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट खुलासा करती है कि बाल टीकाकरण के महत्व के प्रति धारणा चीन, भारत और मैक्सिको में मजबूत बनी रही या इसमें सुधार हुआ। वहीं कई देशों में गिरावट आई है।
बाल टीकाकरण के प्रति मध्य प्रदेश में भी लोगों का भरेासा बढ़ा है। इस बात का दावा करते हुए टीकाकरण अभियान के निदेशक डॉ संतोष शुक्ला ने कहा कि पिछले और इस वर्ष हमने अपने नियमित टीकाकरण के अलावा तीन विशेष अभियान चलाए हैं, जिसमें बच्चों के पूर्ण टीकाकरण कवरेज में छह फीसदी की वृद्धि देखी गई है। उनका प्रतिशत 88 फीसदी से बढ़कर 94 फीसदी हो गया है। साथ ही राज्य के प्रयासों और उनके भागीदारों जैसे यूनिसेफ, डब्ल्यूएचओ, यूएनडीपी और अन्य विकास भागीदारों के कारण प्रदेश भर में टीकाकरण पर विश्वास के स्तर में बढ़ोतरी देखी गई है।
यूनिसेफ मध्य प्रदेश की प्रमुख मार्गरेट ग्वाडा का कहना है कि यूनिसेफ मध्य प्रदेश हर बच्चे को समय पर और पूर्ण टीकाकरण सुनिश्चित करने के राज्य सरकार के ²ष्टिकोण का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है। जैसा कि यूनिसेफ ने द स्टेट ऑफ द वल्र्डस चिल्ड्रन 2023:फॉर एवरी चाइल्ड, वैक्सीनेशन रिपोर्ट जारी की है, हम सभी माता-पिता और हितधारकों से यह सुनिश्चित करने के लिए अथक प्रयास जारी रखने का आग्रह करते हैं कि कोई भी योग्य बच्चा पीछे न रहे और टीके से बचाव योग्य बीमारियों से सुरक्षित रहे।