प्रधानमंत्री संग्रहालय का उद्घाटन, कांग्रेस बोली- नया इतिहास लिखने के लिए बिल्डिंग नहीं बनानी चाहिए

Update: 2022-04-14 09:39 GMT

नई दिल्ली: कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत (Supriya Shrinate) ने पीएम म्यूजियम (PM Museum) को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि नया इतिहास लिखने के लिए बिल्डिंग नहीं बनानी चाहिए. श्रीनेत ने कहा कि इस देश के निर्माण में हर प्रधानमंत्री का योगदान है. ये अलग बात है की मोदी जी को लगता है कि इमारतें बनाकर वो इतिहास लिखेंगे. कांग्रेस नेता ने कहा कि पीएम मोदी की कोशिश है कि वे इतिहास वहां से लिखें, जब वे प्रधानमंत्री बने थे.

सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि नए सेंट्रल विस्टा में इतना बड़ा घर बना रहे हैं. बड़ा नया दफ़्तर बना रहे हैं. वहां पूर्व प्रधानमंत्रियों को भी थोड़ी जगह दे देते. 20 हजार करोड़ रुपये के सेंट्रल विस्टा में जगह नहीं था या फिर पीएम मोदी के दिल में.
श्रीनेत ने कहा कि मोहन भागवत कौन हैं? पहले तो मैं ये पूछना चाहती हूं कि क्या वे प्रधानमंत्री हैं, गृहमंत्री हैं, जज हैं, एग्जिक्यूटिव-ज्यूरी हैं? भागवत जी को बोलने का बहुत शौक है. भागवत जी बताएं कि वो अखंड भारत की बात कर रहे हैं, हिंदू राष्ट्र की बात कर रहे हैं, चीन हमारे घर में घुस कर बैठा है, एक बार तो इस बारे में बोल दीजिए भागवत जी. क्या करेंगे चीन को बाहर निकलने के लिए?
कांग्रेस के सांसद नासिर हुसैन ने भी पीएम मोदी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर जगह सिर्फ खुद रहना चाहते हैं, जो हमारा बीता हुआ कल है उसको मिटा देना चाहते हैं. वे फ्रीडम स्ट्रगल की मेमोरी को मिटा देना चाहते हैं. मोदी जी को लगता है कि 2014 में आजादी मिली है, उससे पहले हिंदुस्तान था ही नहीं. उनको ये लगता है कि देश में जितना भी विकास हुआ है, वो सब 2014 के बाद हुआ है.
नासिर हुसैन ने कहा कि नरेंद्र मोदी नेहरू म्यूजियम हटाकर पीएम म्यूजियम बना रहे हैं. अगर पीएम म्यूजियम बनाना ही था तो सेंट्रल विस्ता में एक अलग पीएम म्यूजियम बना सकते थे.
कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि दुनिया में कहीं भी आप किसी ऐसे देश को अपमानित नहीं देखेंगे, जो अपनी समृद्ध विरासत को मिटा रहा हो. अमेरिका में आप देखते हैं कि वाशिंगटन स्मारक केवल जॉर्ज वाशिंगटन के नाम पर है, लेकिन भारत में पिछले 8 वर्षों में नेहरू की स्मृति को मिटाने का लगातार प्रयास किया गया है.
नेहरू हमारे पहले पीएम थे और हम सभी को इस पर गर्व होना चाहिए. अंतरराष्ट्रीय कूटनीति में उनका योगदान, देश के लिए हर संस्थान में उनका योगदान अमूल्य है. आखिरकार नेहरू ही हैं जिन्होंने संस्थान निर्माण के लिए अपना कार्यकाल समर्पित किया, आप नेहरू को कैसे मिटा सकते हैं? यह दिखाता है कि आप कितने छोटे हैं. आप अपना छोटापन दिखा रहे हैं, नेहरू जैसे बड़े नेता को नीचा दिखा कर. उनको आप नीचा नहीं दिखा सकते.
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