ठाणे से दिवा के बीच 5वीं और 6ठीं रेल लाइन का उद्घाटन
देश के अलग-अलग राज्यों से मुंबई जाने वाली ट्रेनों को लोकल ट्रेन की पासिंग के लिए जगह-जगह इंतजार करना पड़ता है. लेकिन अब, नई लाइन शुरू होने से ये ट्रेनें बिना रुके मुंबई पहुंच सकेंगी
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने शुक्रवार, 18 फरवरी को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए महाराष्ट्र में ठाणे से दिवा (Thane-Diva) के बीच 5वीं और 6ठीं रेल लाइन का उद्घाटन कर देश को समर्पित किया. इसके साथ ही पीएम मोदी ने मुंबई उपनगरीय रेलवे की दो ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस बड़े मौके पर महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray), केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और अन्य कई बड़े लोग उपस्थित थे. इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि इस नई रेल लाइन से मुंबई वासियों के जीवन में एक बड़ा बदलाव आएगा और उनकी Ease of Living में भी बढ़ोतरी होगी.
नई लाइन से क्या होंगे फायदे
बता दें कि मध्य रेलवे के अंतर्गत आने वाले ठाणे-दिवा रेल सेक्शन पर 5वीं और 6ठीं लाइन के निर्माण में 620 करोड़ रुपये की लागत आई है और इसकी कुल लंबाई 19 किलोमीटर है. नई लाइन का उद्घाटन करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इसके शुरू होने से मुंबई के लोगों को सीधे-सीधे चार फायदे होंगे.
पहला फायदा- अब लोकल ट्रेन और एक्सप्रेस ट्रेन के लिए अलग-अलग लाइनें हो जाएंगी. दूसरा फायदा- दूसरे राज्यों से मुंबई आने-जाने वाली ट्रेनों को अब लोकल ट्रेनों की पासिंग का इंतजार नही करना पड़ेगा. तीसरा फायदा- कल्याण से कुर्ला सेक्शन में मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों को अब बिना किसी रुकावट के चलाया जा सकेगा. चौथा फायदा- हर रविवार को होने वाले ब्लॉक के कारण कलावा और मुंब्रा के लोगों को अब किसी तरह की परेशानी नहीं होगी.
पहले क्या थी दिक्कतें
बताते चलें कि ठाणे से दिवा के बीच बनाई गई इस नई रेल लाइन से सिर्फ मुंबई और आसपास के लोगों को ही नहीं बल्कि मुंबई जाने वाले देश के सभी यात्रियों को फायदा जबरदस्त फायदा मिलेगा. दरअसल, देश के अलग-अलग राज्यों से मुंबई जाने वाली ट्रेनों को लोकल ट्रेन की पासिंग के लिए जगह-जगह इंतजार करना पड़ता है. लेकिन अब, नई लाइन शुरू होने से ये ट्रेनें बिना रुके मुंबई पहुंच सकेंगी क्योंकि नई लाइन शुरू होने के बाद कुर्ला से लेकर कल्याण तक एक्सप्रेस और मेल ट्रेनों को आने-जाने के लिए अलग लाइन दे दी जाएगी और लोकल ट्रेनों के लिए अलग लाइन हो जाएगी. इसका सीधा मतलब ये हुआ कि अब कोई भी यात्री मुंबई जाने में लेट नहीं होगा, चाहे वह लोकल ट्रेन में सफर कर रहा हो या फिर किसी दूसरे राज्य से आने वाली एक्सप्रेस ट्रेन में सफर कर रहा हो. इतना ही नहीं, यहां से होकर गुजरने वाली मालगाड़ियां भी पूरी रफ्तार के साथ आगे बढ़ सकेंगी.