नौकरी लगवाने के नाम पर धोखाधड़ी का खेल, ऑनलाइन मंगवाते थे पैसे, फिर...
2 गिरफ्तार।
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर की साइबर क्राइम पुलिस टीम ने इंडिगो एयरलाइन्स में नौकरी लगवाने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है और उनके कब्जे से 11 मोबाइल फोन, 2 लैपटॉप, 29 शीट कालिंग डाटा व एक इंडिगो एयरलाइन्स की फर्जी मुहर बरामद की है. साइबर क्राइम टीम ने धोखाधड़ी करने वाले राहुल और कमलनाथ को गिरफ्तार किया है. उनके कब्जे से 11 मोबाइल फोन, 2 लैपटॉप, 29 शीट कालिंग डाटा, एक इंडिगो एयरलाइन्स की मुहर बरामद किए गए हैं.
ये आरोपी क्विकर जॉब्स व अन्य जॉब वेबसाइट्स पर उपलब्ध नौकरी ढूंढने वाले लोगों का डाटा खरीदकर उनको कॉल करके इंडिगो एयरलाइन्स में नौकरी दिलवाने का दावा करते थे. वे इसके नाम पर अपने फ्रॉड खातों में पैसा डलवाकर धोखाधड़ी कर लेते थे. आरोपी लैपटॉप का प्रयोग कर क्विकर जॉब्स से नौकरी ढूंढने वालों का डाटा लेकर उन्हें कॉल करके नौकरी लगवाने का झांसा देते थे और फिर रजिस्ट्रेशन चार्ज, बांड चार्ज, सिक्यूरिटी आदि के नाम पर फर्जी बैंक खतों व फोन पे, पेटीएम आदि वॉलेट में पैसे डलवाते थे. आरोपी इंडिगो एयरलाइन्स की मुहर का प्रयोग कर नकली ऑफर लेटर बनाते थे.
दरअसल, उनसे बरामद फोन पर आ रही कॉल को पुलिस की टीम ने उठाया तो कॉलर ने अपना नाम वीपनचन्द निवासी हमीरपुर (हिमाचल प्रदेश) बताया. उसने बताया कि इस नंबर व अन्य नंबर से उसे कॉल आए थे. इंडिगो एयरलाइन में नौकरी दिलवाने के नाम पर उससे लगभग सात लाख रुपये ठग लिए गए हैं.
बरामद एक अन्य फोन से पुलिस टीम द्वारा कॉल लिस्ट से एक अन्य नम्बर को कॉल किया तो कॉलर ने अपना नाम विनय कुमार उपाध्याय पुत्र विद्यानाथ उपाध्याय बताया. उसने बताया कि इस नंबर व अन्य नंबर से मुझे कॉल करके इंडिगो एयरलाइन में नौकरी दिलवाने के नाम पर मुझसे लगभग 1.25 लाख रुपये ठग लिए गए हैं. नोएडा की साबर क्राइम पुलिस इस बात की जानकारी इकट्ठा कर रही है कि इन आरोपियों ने और किन लोगों को अपनी जालसाजी का शिकार बनाया है.