घर और जमीन हड़पने के लिए चाची ने डायन बताकर परिवार में षडयंत्र रचा और पूरे परिवार को मार डाला. 4 महीने बाद 5 शव जंगल में मिले, तब जाकर इस घटना का खुलासा हुआ. यह सनसनीखेज मामला झारखंड के चाईबासा जिले का है.
पश्चिम सिंहभूम जिला पुलिस ने टोंटो थाना के बाईहातू गांव में पांच महीने से एक परिवार के पांच लोगों के लापता होने के मामले का खुलासा कर दिया है. सभी पांच लोगों की हत्या जुलाई माह में ही जमीन विवाद में गांव के रिश्तेदारों ने ही कर दी थी. इस मामले में एक महिला सहित 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने गिरफ्तार लोगों के निशानदेही पर पांचों लोगों के नरकंकाल भी बरामद कर लिए हैं.
कोल्हान डीआईजी राजीव रंजन और एसपी अजय लिंडा ने मामले का खुलासा करते हुए कहा कि बाईहातू गांव के कैरा लागुरी, उसकी पत्नी और तीन बच्चों की हत्या जमीन विवाद में उसके रिश्तदारों ने कर दी थी और गांव से कई किमी दूर नदी के किनारे दफना दिया था.
डीआईजी राजीव रंजन सिंह ने बताया कि आरोपियों में गिरफ्तार एकमात्र महिला मृतक की सगी चाची है जिसके साथ गांव के कई लोगों ने कैरा लागुरी और उसके परिवार को ही जमीन के लिए खत्म कर दिया. हत्या के करीब दो माह बाद मृतक कैरा लागुरी की बहन ने टोंटो पुलिस को भाई-भाभी और उसके बच्चों को लापता होने की सूचना दी थी. तब मामला दर्ज हुआ, लेकिन पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला.
गांव वाले और आरोपी पुलिस को लगातार गुमराह करते रहे, लेकिन मृतक की बहन हत्या की आशंका जताते हुए चाईबासा में ही धरने पर बैठ गई. पुलिस पर लगातार दबाव बनाती रही. एक समय तो वह सीएम के पास पदयात्रा कर न्याय की गुहार लगाने वाली थी लेकिन पुलिस ने आधे रास्ते से ही उसकी बहन को समझा बुझाकर वापस ले आई. बहन की जिद के आगे पुलिस को जांच और तेज करनी पड़ी और नतीजा यह हुआ की मृतक की मोबाइल लोकेशन का पता चल गया, जिसके आधार पर पुलिस ने सबसे पहले उस व्यक्ति को पकड़ा और पूछताछ की तो सारा मामला परत दर परत खुल गया.