बर्बर लाठीचार्ज के विरोध में किसान मजदूर संघर्ष सहयोग मंच रोहतक का किया पुतला दहन
दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए हिरासत में लिए गए सभी किसानों की तुरन्त रिहाई की भी मांग की है।
करनाल के बसताड़ा टोल प्लाजा पर धरना दे रहे किसानों पर हरियाणा पुलिस द्वारा बर्बर लाठीचार्ज के विरोध में किसान मजदूर संघर्ष सहयोग मंच रोहतक के बैनर तले मुख्यमंत्री का किया पुतला दहन किया। मंच के आह्वान पर शीला बाईपास पर विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ता एकत्रित हुए और सरकार की कड़े शब्दों में निदा की।
किसान सभा के राज्य उपाध्यक्ष इंद्रजीत सिंह, सीटू प्रदेश महासचिव जयभगवान और मंच की सह संयोजक जगमति सांगवान ने कहा कि हरियाणा पुलिस ने वहां शांतिपूर्ण तरीके से इकट्ठे हुए किसानों पर बिना किसी उकसावे के भीषण लाठी-चार्ज किया, जिसमें काफी किसानों को गंभीर चोटें आई हैं और कहीं किसानों को गिरफ्तार कर लिया गया है। लाठीचार्ज का आदेश देने पर एसडीएम करनाल को तुरंत गिरफ्तार कर किया जाए। इस अवसर पर मजदूर संगठन सीटू के प्रांतीय कोषाध्यक्ष विनोद कुमार, जिला सचिव प्रकाशचंद्र, भवन निर्माण कामगार यूनियन के जिला सचिव सत्यनारायण और रोहतक शहर प्रधान संजीव सिंह, कामरेड विनोद, जनवादी महिला समिति की राजकुमारी दहिया, अनीता, छात्र संगठन एसएफआई के अर्जुन, प्रवीण, नितिन नौजवान सभा (डीवाईएफआई) के नरेश, मुकेश, विकास, सरोज व विनोद ठाकुर प्रमुख तौर पर शामिल रहे।
करनाल बसताना टोल पर खट्टर सरकार द्वारा किसानों पर बेरहमी से किए गए लाठीचार्ज की आल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन कड़ी निदा करता है। आरोपित अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए। संगठन पूरे प्रदेश में विरोध दिवस मनाएगा।
अनूप सिंह मातनहेल, प्रदेशाध्यक्ष
प्रदेश की मनोहर लाल खट्टर सरकार द्वारा इस प्रकार के दमन से किसान आंदोलन को दबाया नहीं जा सकता। बल्कि इससे आंदोलन और व्यापक रूप लेगा। उन्होंने कहा कि हरियाणा की सरकार ने कारपोरेट परस्त भूमि अधिग्रहण कानून विधानसभा से पास करवा कर जले पर नमक छिड़कने का काम किया है जिससे किसानों का आक्रोश और बढ़ा है।
सुरेंद्र सिंह, राज्य सचिव, माकपा
आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता लवलीन टूटेजा लवली ने कहा कि करनाल में किसानों पर लाठीचार्ज कर सरकार ने तानाशाही रवैया अपनाया है। नौ माह से किसान अपनी मांगों को लेकर आंदोलन रहे हैं। सरकार उनकी मांगों को मानने की बजाय उनपर अत्याचार कर रही है। समय आने पर किसानों के खून की एक-एक बूंद का हिसाब लिया जाएगा। प्रदेश में अपराध खुलेआम हो रहे हैं। कानून व्यवस्था का दिवाला पिट चुका है। सीएम और गृहमंत्री कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने की बजाय आपस में भिड़ते रहते हैं। रोहतक के विजय नगर में हुए नृशंस हत्याकांड की कड़े शब्दों में निदा की। उन्होंने कहा कि पुलिस अभी तक हत्या के कारणों का भी पता नहीं लग पाई है, आरोपित गिरफ्तार करना तो दूर की बात है। साथी ही, उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहरलाल से अपील की कि यदि जनहित में वह कोई भी कदम आगे बढ़ाएंगे तो वह हर संभव सहयोग के लिए तैयार हैं, बशर्ते सरकार की नीयत साफ हो।
संवाद सहयोगी, महम :
करनाल के बसताड़ा टोल प्लाजा पर किसानों पर बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज की कड़े शब्दों में निदा करते हुए महम से निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने कहा कि सरकार ने अन्नदाताओं का लहू बहाकर एक बार फिर से पाप किया है जिसका हिसाब सरकार को देना पड़ेगा। सरकार याद रखे, किसानों के लहू का एक-एक कतरा आने वाले कल में इंकलाब लिखेगा। शुरु दिन से किसान आंदोलन के साथ खड़े रहे महम विधायक बलराज कुंडू ने कहा कि करनाल में किसानों पर जिस तरह से बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज किया गया है उसकी तस्वीरें बेहद विचलित करने वाली हैं। देश का पेट भरने वाले अन्नदाताओं पर यह अत्याचार अंग्रेजी हुकूमत की यादें ताजा करता है। कुंडू ने इस पूरे घटनाक्रम की निष्पक्ष जांच और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए हिरासत में लिए गए सभी किसानों की तुरन्त रिहाई की भी मांग की है।