इमरान के खिलाफ सैन्य अदालत में मुकदमा चलाए जाने की संभावना, पाकिस्तान के रक्षा मंत्री आसिफ
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नई दिल्ली। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा है कि नौ मई को हुई हिंसक घटनाओं में कथित संलिप्तता को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ एक सैन्य अदालत में मुकदमा चलाया जा सकता है। उल्लेखनीय है कि खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के कार्यकर्ताओं ने उनकी गिरफ्तारी के विरोध में सैन्य और सार्वजनिक प्रतिष्ठानों पर हमला किया था।
‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून' अखबार की खबर में आसिफ के हवाले से कहा गया है कि नौ मई की हिंसा में खान (70) की संलिप्तता के साक्ष्य यदि आने वाले दिनों में सामने आते हैं, तो उन्हें (खान को) सैन्य अदालत में मुकदमे का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने इस बात की भी पुष्टि की कि नौ मई के हमले के संबंध में अब तक पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के प्रमुख के खिलाफ अब तक कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है। मंत्री ने कहा, ‘‘निश्चित रूप से...इमरान खान के खिलाफ एक सैन्य अदालत में मुकदमा चलाये जा सकने की संभावना है।''
उन्होंने अपदस्थ प्रधानमंत्री पर शस्त्र अधिनियम के तहत मुकदमा चलाये जा सकने के बारे में पूछे गये एक सवाल के जवाब में यह कहा। उनकी यह टिप्पणी गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह के उस बयान के कुछ दिनों बाद आई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि खान के खिलाफ एक सैन्य अदालत में मुकदमा चलाया जाएगा, क्योंकि पूर्व प्रधानमंत्री नौ मई की घटनाओं के सूत्रधार रहे थे। थलसेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर ने भी कहा है कि नौ मई के हमले की साजिश रचने वालों और उन्हें अंजाम देने वालों के खिलाफ शस्त्र अधिनियम के तहत मुकदमा चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमले करने वालों के खिलाफ कोई नरमी नहीं बरती जाएगी। हालांकि, खान ने हिंसा में अपनी संलिप्तता से इनकार करते हुए कहा है कि जब घटनाएं हुई थीं, उस वक्त वह जेल में थे। उन्होंने दावा किया कि प्रतिष्ठान ने उन्हें राजद्रोह के मामले में 10 वर्षों के लिए जेल भेजने की साजिश रची है।