इमरान खान ने फिर की भारत की तारीफ, कहा- हिन्दुस्तान खुद्दार देश

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Update: 2022-04-08 17:24 GMT

इस्लामाबाद: अविश्वास प्रस्ताव से कुछ घंटे पहले इमरान खान ने राष्ट्र को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि करीब 26 साल पहले जब मैंने अपनी पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ शुरू किया. जो सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया, उससे मुझे मायूसी है लेकिन मैं फैसले का सम्मान करता हूं. मैंने एक बार ही जेल गया हूं, मेरा ईमान है कि जबतक मुल्क का इंसाफ नहीं हो जाता, मैं इंसाफ की बात करूंगा. इस दौरान इमरान खान ने भारत की जमकर तारीफ की. साथ ही कहा कि हिंदुस्तान एक खुद्दार देश है.

इमरान खान ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट कम से कम डॉक्यूमेंट मंगा कर देख लेता, जिससे मुझे मायूसी हुई. उन्होंने कहा कि खुलेआम हॉर्स ट्रेडिंग हो रही है. भेड़-बकरियों की तरह उन्हें होटल में बंद किया जा रहा है. कौन सी दुनिया की जम्हूरियत में इसे इजाजत दी जाती है? इमरान ने कहा कि पाकिस्तान की डेमोक्रेसी का खुलेआम मजाक बन गया है.
इमरान ने कहा कि जिस राष्ट्र की 60 प्रतिशत से ज्यादा आबादी 30 साल से कम है. ऐसे राष्ट्र के युवा को हम नहीं बचाएंगे और उन्हें ये दिखाएंगे कि आपके यहां नेता रिश्वत लेकर सरकार गिरा रहे हैं, हम उन्हें क्या दिखा रहे हैं. पाकिस्तान के जनप्रतिनिधि अपने जमीर बेच रहे हैं. रिजर्व सीट वाले भी खुलेआम बिक रहे हैं. मैं पाकिस्तानी के तौर पर बात कर रहा हूं. मैं ये सपने देखता था कि इस मुल्क को बड़ा मुल्क बनना है. ये जो हो रहा है वह स्ट्रगल है. जो हो रहा है उससे इस सपने को धचका लगता है.
इमरान ने कहा कि मैंने इस तरह की चीजें किसी भी वेस्टर्न डेमोक्रेसी में नहीं देखी है. न कोई किसी को खरीद सकता है और न कोई खुद को बेच सकता है. मैंने जब जनता को इस्लामाबाद में बुलाया था तब मैंने कहा था कि ये जो आप देख रहे हैं... मैं ऐसे किसी को भी नहीं देख सकता हूं. मैंने आज से 30 साल पहले इराक के खिलाफ मार्च किया था. मैं अपने अपने कौम से कह रहा हूं कि आपको अपने आप को बचाना है, विदेशी साजिशों के खिलाफ आप नहीं खड़े होंगे तो कौन आपको बचाएगा?
इमरान ने कहा कि साइफर हम पब्लिश कर दें तो हमारी सीक्रेट इन्फॉर्मेशन दुनिया को पता चल जाएगी. उन्होंने कहा कि अमेरिका में पाकिस्तानी एंबेसडर की मुलाकात अमेरिकी अधिकारी से हुई. उसने कहा कि इमरान को रूस नहीं जाना चाहिए था. उसने कहा कि अगर आप इमरान खान अविश्वास प्रस्ताव से बच जाते हैं तो पाकिस्तान को कम मुश्किलें उठानी पड़ेगी. लेकिन वो हार जाते हैं तो पाकिस्तान को माफ कर दिया जाएगा.
हम 22 करोड़ लोग हैं, ये हमारे लिए कितनी तौहीन है कि कोई बाहरी हमें हुक्म दे रहा है कि अगर आपका प्राइम मीनिस्टर बच जाता है तो आपको परेशानी होगी. मैं कहना चाहता हूं कि हमलोगों को ऐसी ही जिंदगी गुजारनी थी तो हम आजाद ही क्यों हुए थे? हम 14 अगस्त को जश्न क्यों मनाते हैं. मीडिया भी इस पूरे मामले पर जश्न मना रही है.
इमरान ने कहा कि अमेरिका के डिप्लोमेट्स हमारे देश के लोगों से कुछ महीने पहले मिल रहे हैं. हमारे लोगों ने मुझसे बताया कि अमेरिका ने हमें बुलाया और कहा कि अविश्वास प्रस्ताव आने वाला है. ये पूरी स्क्रिप्ट चल रही थी. मैं आप सबसे कहना चाहता हूं कि हम क्या चाहते हैं? उन्होंने कहा कि 30 साल से पावर में शाहबाज शरीफ और अन्य लोग पावर में थे.
मेरा सबसे बड़ा जुर्म ये है कि मैंने ड्रोन अटैक्स की मुखालफत की. उनको पता है कि इमरान खान के पास न कोई बैंक अकाउंट्स है और न ही बाहर किसी मुल्क में प्रॉपर्टी है. ये सारा ड्रामा मुझे हटाने के लिए है. विपक्ष अपने मुल्क की हर कुर्बानी देने को तैयार हैं. विपक्ष को लगता था कि कहीं अमेरिका न नाराज हो, इसलिए वे ऐसा कर रहे हैं, उन्हें डर है कि रूस की तरह उनकी प्रॉपर्टी भी जब्त न हो जाए.
इमरान खान ने भारत की तारीफ की और कहा कि हिंदुस्तान एक खुद्दार देश है. उन्होंने कहा कि भारत की विदेश नीति आजाद नीति है. इमरान ने कहा कि भारत के खिलाफ किसी सुपरपावर की जुर्रत नहीं है कि वो कुछ बोल दे. भारत रूस से तेल इम्पोर्ट कर रहा है लेकिन कोई उसे कुछ बोल नहीं सकता है. मैं भी यही कहता हूं कि मेरे 22 करोड़ लोगों के फायदे के लिए जो हो वो मैं करुंगा. मैं अपने कौम और लोगों को किसी भी अन्य मुल्क के हुक्म को नहीं मानने दूंगा. इमरान खान ने कहा कि हमारी विदेश नीति जब तक हमारे लोगों के बेहतरी के लिए नहीं होगी, उसका कोई मतलब नहीं है. हमारी नीति ऐसी होगी जो हमें गुरबत से निकाले. हम किसी के साथ दुश्मनी में न पड़े.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान के लोगों का मुस्तकबिल आपके हाथ में है. कोई फौज कौम की हिफाजत नहीं कर सकती. कोई बाहरी देश कौम की हिफाजत नहीं कर सकता. उन्होंने कहा कि आगे जो भी पाकिस्तान में पावर में आएगा वो यही देखेगा कि कोई सुपर पावर तो नाराज नहीं हो रहा है. कौम जब तक अपने लीडरशीप के साथ नहीं खड़ी होगी, कौम जबतक नहीं चाहेगी कि हम आजाद मुल्क होना चाहते हैं तब तक कुछ नहीं हो सकता है. इमरान खान कोई एंटी अमेरिकन नहीं है. हम कोई टिश्यू पेपर जैसे इस्तेमाल होने वाले देश नहीं है. इमरान ने कहा कि हमारी विदेश नीति ऐसी होनी चाहिए कि हम ऐसे दूसरे के लिए जम्हूरियत के लिए काम आए.
भारत को देख लें कि किसी की जरूरत नहीं है कि भारत के साथ कोई इस तरह की बात कर ले. जो हमारे एंबेसडर से कहा गया वो भारत के एंबेसडर से कह सकते हैं क्या? इमरान ने पाकिस्तान के युवाओं से कहा कि मैं हमेशा आपके साथ हूं, आपके बीच रहूंगा. मेरा कोई पॉलिटिकल बैकग्राउंड नहीं है. मैं भगवान का शुक्रिया अदा करता हूं कि इस्लामाबाद के परेड ग्राउंड में जो जलसा हुआ था उतनी भीड़ कहीं भी कभी नहीं हुई. उन्होंने कहा कि जब विपक्ष मेरे खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आया तो मैंने नेशनल असेंबली भंग कर दी और जनता के पास पहुंच गया.
इमरान ने कहा कि जो भी विपक्ष में हैं उन्होंने एक-दूसरे के खिलाफ क्या कुछ पहले नहीं बोला है. पहले इन्होंने एक दूसरे के खिलाफ मामला दर्ज कराया है, करप्शन के आरोप लगाए हैं. अब ये चाहते हैं कि किसी तरह इन्हें सत्ता मिल जाए, ताकि फिर से ये चोरी कर सके. ये जनता के पास क्यों नहीं गए. इनका मकसद आवाम की पॉलिटिक्स नहीं है.
बता दें कि पाकिस्तान में इमरान खान की सरकार डेड एंड पर पहुंच गई है. इसकी वजह है पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट का फैसला. गुरुवार को पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट में 4 दिन चली सुनवाई के बाद पांच जजों की बेंच ने एकमत से फैसला दिया था कि नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव खारिज करने का स्पीकर का फैसला गैरकानूनी था, नेशनल असेंबली को भंग करना असंवैधानिक था. पीएम इमरान खान को ये अधिकार नहीं है कि वो राष्ट्रपति से संसद भंग करने को कहें. पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद इमरान सरकार की विदाई अब तय हो चुकी है.
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