केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की भाजपा मुख्यालय में महत्वपूर्ण प्रेस कॉन्फ्रेंस

Update: 2024-12-18 11:22 GMT
नई दिल्ली: होम मिनिस्टर अमित शाह शाम को 5:30 बजे मीडिया को संबोधित करने वाले हैं। वह भीमराव आंबेडकर को लेकर राज्यसभा में दिए अपने बयान को लेकर मचे विवाद पर सफाई दे सकते हैं। उन्होंने मंगलवार को संविधान पर चर्चा का जवाब देते हुए कहा था कि आज आंबेडकर-आंबेडकर का नाम जपना फैशन बन गया है। उन्होंने कहा था कि यदि ये लोग भगवान का इतना नाम लेते तो 7 जन्मों तक के लिए स्वर्ग मिल जाता। उनके इस बयान पर विवाद खड़ा हो गया है। कांग्रेस के लीडर राहुल गांधी के अलावा उद्धव ठाकरे, मायावती, ममता बनर्जी और तेजस्वी यादव समेत विपक्ष के तमाम नेता उन पर भड़क गए हैं। उनसे माफी की मांग हो रही है तो पीएम मोदी से ऐक्शन लेने की अपील की जा रही है। इस बीच अमित शाह खुद ही मीडिया को संबोधित करने वाले हैं।
अमित शाह ने कहा था, ‘अभी एक फैशन हो गया है- आंबेडकर, आंबेडकर...। इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।’ उनकी इसी टिप्पणी को लेकर इतना विवाद बढ़ गया कि बुधवार को लोकसभा औऱ राज्यसभा दोनों की कार्य़वाही हंगामे के चलते स्थगित करनी पड़ी। इसके अलावा महाराष्ट्र, बिहार, दिल्ली समेत तमाम राज्यों में भी राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। संसद में तो प्रियंका गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस के सांसदों ने भीमराव आंबेडकर के बैनरों को लेकर प्रदर्शन किया। कांग्रेस की सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि दलितों के लिए भीमराव आंबेडकर भगवान से कम नहीं हैं। उनके बारे में टिप्पणी करके अमित शाह ने दलित समाज की भावनाओं को आहत किया है। उन्हें देश से इसके लिए माफी मांगनी चाहिए।
यही नहीं दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी ने भी इसे मुद्दा बना लिया है। आप ने भाजपा मुख्यालय के बाहर इस मामले पर प्रदर्शन का ऐलान किया है। अरविंद केजरीवाल का कहना है कि वह दिल्ली इलेक्शन में भी इसे मुद्दा बनाएंगे। ऐसे में भाजपा के लिए भी आने वाले दिनों में यह मसला गले की फांस बन सकता है। अमित शाह की आज ही पीएम नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात हुई थी। माना जा रहा है कि इस मीटिंग में इसे लेकर भी कुछ चर्चा हुई होगी। अब अमित शाह खुद मीडिया के सामने आकर इस मामले पर अपनी बात रखने वाले हैं।
इस बीच संसद में भी जमकर हंगामा हुआ तो भाजपा की ओर से संसदीय मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने मोर्चा संभाला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस आज कौन से मुंह से बाबा साहेब के अपमान की बात करती है, यह तो खुद उसने किया है, बार बार किया है। उन्होंने कहा, 'बार-बार आंबेडकर का नाम ले कर कांग्रेस छल-कपट करती है।' उन्होंने कहा, ‘मैं बाबा साहेब के बताए रास्ते पर चलने वाला बौद्ध हूं। सन 1951 में बाबा साहेब ने कानून मंत्री के पद से इस्तीफा दिया था। 71 साल बाद मोदी ने दूसरे बौद्ध को मंत्री बनाया। हम आंबेडकर के बताए रास्ते पर चलते हैं। ये लोग उनके नाम का वोट बैंक के लिए दुरुपयोग कर रहे हैं।’
विपक्ष के हंगामे के बीच रीजीजू ने कहा कि बाबा साहेब से संबंधित पांच तीर्थ स्थलों पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में काम चल रहा है और मुंबई में 2026 में अरब सागर के तट पर 450 फुट की उनकी ऊंची प्रतिमा बन जाएगी। ‘इसके बाद पता चलेगा कि मोदी सरकार उनका कितना सम्मान करती है।’ कांग्रेस और विपक्षी दलों का आरोप है कि शाह ने राज्यसभा में ‘भारत के संविधान की 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा’ विषय पर दो दिन तक चली चर्चा का जवाब देते हुए मंगलवार को अपने संबोधन के दौरान बाबासाहेब का अपमान किया।
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