पीएम मोदी और यूरोपिय संघ के अध्यक्ष के बीच अहम चर्चा, काबुल हमले की निंदा और सुरक्षित अफगान पर दे रहे जोर
अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद हालात तेजी से बदले हैं।
अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद हालात तेजी से बदले हैं। पूरी दुनिया की नजर इस वक्त अफगानिस्तान पर है और भारत ने भी साफ कर दिया है कि वो अफगानिस्तान के बदले हालात पर बारिकी से नजर रख रहा है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल से फोन पर बातचीत की है। अफगानिस्तान के मौजूदा हालात पर पीएम मोदी और चार्ल्स मिशेल के बीच चर्चा हुई है। इसके अलावा भारत और यूरोप के बीच संबंधों को और मजबूत करने के लेकर भी दोनों के बीच चर्चा हुई।
इस दौरान दोनों ही देशों ने आपसी संबंधों को और मजबूत करने को लेकर प्रतिबद्धता दोहराई है। इस बातचीत के बाद चार्ल्स मिशेल ने एक ट्वीट भी किया। इस ट्वीट में उन्होंने लिखा कि नरेंद्र मोदी के साथ अफगानिस्तान में स्थिति पर चर्चा की। हम आतंकवाद का मुकाबला करने और मानवीय मदद उपलब्ध कराने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। बता दें कि अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के साथ ही यहां की सुरक्षा व्यवस्था व हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं।
इस बातचीत को लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय ने यहां एक बयान में कहा कि टेलीफोन पर बातचीत के दौरान, दोनों नेताओं ने एक स्थिर और सुरक्षित अफगानिस्तान के महत्व पर जोर दिया और इस संदर्भ में भारत और यूरोपीय संघ की संभावित भूमिका पर चर्चा की। इसमें कहा गया है कि मोदी और मिशेल ने काबुल हवाई अड्डे पर हुए भीषण आतंकवादी हमले की स्पष्ट रूप से निंदा की, जिसमें कई लोग हताहत हुए थे।
पीएम मोदी ने यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष के साथ टेलीफोन पर बातचीत के बाद ट्वीट किया, 'यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल के साथ अफगानिस्तान में व्याप्त स्थिति के बारे में बात की। साथ ही भारत-यूरोपीय संघ के संबंधों को और मजबूत करने की हमारी प्रतिबद्धता को दोहराया।' पीएमओ ने कहा कि नेताओं ने अफगानिस्तान में हाल के घटनाक्रम और क्षेत्र तथा दुनिया पर इसके प्रभावों के बारे में चर्चा की। पीएमओ के अनुसार, दोनों नेता द्विपक्षीय और वैश्विक मुद्दों, विशेष रूप से अफगानिस्तान की स्थिति पर संपर्क बनाये रखने पर सहमत हुए।