रुड़की उत्सव के दौरान आईआईटी रुड़की ने प्रोफेसर सुधीर को विशिष्ट पूर्व छात्र पुरस्कार से नवाज़ा
हरिद्वार न्यूज़: आईआईटी रुड़की उत्सव के 175 वें वर्ष के बीच, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की ने प्रोफेसर सुधीर के जैन जो आईआईटी रुड़की के पूर्व छात्र हैं, को विशिष्ट पूर्व छात्र पुरस्कार डीडीए 2018 के साथ सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें अकादमिक क्षेत्र में उनके नेतृत्व के साथ उनकी उत्कृष्ट भूमिका के लिए दिया गया है। आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रोफेसर अजीत के चतुर्वेदी ने 10 अगस्त को सीनेट हॉल में प्रोफेसर जैन को पुरस्कार प्रदान किया। इस समारोह में संस्थान के संकाय सदस्यों, छात्रों और कर्मचारियों की उपस्थिति थी। प्रोफेसर जैन 12 साल से अधिक समय तक आईआईटी गांधीनगर के निदेशक रहे। वह वर्तमान में बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी के कुलपति हैं। प्रोफेसर जैन को 2020 में पद्म श्री और 2022 में कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के विशिष्ट पूर्व छात्र पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।
आईआईटी गांधीनगर के पहले निदेशक के रूप में प्रोफेसर जैन ने पाठ्यक्रम विकास, छात्र सम्बन्धी मामलों, संकाय भर्ती और संकाय प्रबंधन में कई विचारों के साथ प्रयोग किया। उनके नेतृत्व में, संस्थान ने संकाय और छात्रों के बीच उत्कृष्टता को विकसित करने और बढ़ावा देने के लिए अनेक पहल की। उन्हाेंने अपने अभिनव दृष्टिकोण और ऊर्जावान नेतृत्व के साथ, आईआईटी गांधीनगर ने आईआईटी प्रणाली में एक अलग पहचान बनाई है। उनके काम का भारत में भूकंप इंजीनियरिंग अभ्यास और शिक्षा पर भी जबरदस्त प्रभाव पड़ा है। उन्होंने भारत में कई महत्वपूर्ण भूकंपीय कोड के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और भूकंप इंजीनियरिंग में कई पेशेवर इंजीनियरों और कॉलेज शिक्षकों के प्रशिक्षण में योगदान दिया।
इस अवसर पर अपनी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रोफेसर अजीत के. चतुर्वेदी ने कहा कि प्रोफेसर जैन ने आईआईटी गांधीनगर के शिक्षकों और छात्रों के बीच उत्कृष्टता की भावना पैदा करने के लिए निरंतर प्रयास किए हैं। अब बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय उनके समृद्ध अनुभव का लाभ उठा रहा है। मुझे विश्वास है कि उनका नेतृत्व बीएचयू को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।