आईआईटी धनबाद ने 12 राज्यों के इंजीनियरिंग छात्रों को दी पांच चुनौती
आईआईटी धनबाद के स्टूडेंट इनोवेशन सेल एनवीसीटी की ओर से प्रतियोगिता का आयोजन - छात्रों को वास्तविक समस्याओं का बताना है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | आईआईटी आईएसएम धनबाद के स्टूडेंट इनोवेशन सेल नरेश वशिष्ट सेंटर फॉर टिंकरिंग एंड इनोवेशन (एनवीसीटी) की ओर से विंटर चैलेंज 1.0 का आयोजन किया जा रहा है। देश के 12 राज्यों के इंजीनियरिंग कॉलेजों के छात्र-छात्राओं को पांच चुनौती दी गई है। पांच चुनौती का समाधान बताने वाली शीर्ष तीन टीमों में प्रत्येक टीम के लिए 15 लाख रुपए तक की इनक्यूबेशन सीड दी जाएगी। वहीं 10 टीमों को प्रोडक्ट डेवलपमेंट के लिए 10-10 हजार रुपए दिए जाएंगे। आयोजन को चार चरण में बांटा गया है।
आईआईटी ने प्रतियोगिता के लिए प्रॉब्लम स्टेटमेंट जारी कर दिया है। प्रतियोगिता में झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, ओडिशा, असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, त्रिपुरा, नागालैंड के सभी बीटेक, एमटेक व पीएचडी छात्र हिस्सा ले सकते हैं। एनवीसीटी की ओर से इंटेल के साथ आयोजित होने वाली प्रतियोगिता में छात्रों को वास्तविक दुनिया की समस्याओं का हल करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। जटिल चुनौतियों के लिए एक सरल समाधान की पहचान करते हुए उसे बढ़ावा देना है। प्रतियोगिता तीन महीने यानी कि 31 मार्च तक निर्धारित है। इसके लिए रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि सात फरवरी है। यांत्रिक उपकरण और रैपिड प्रोटोटाइप इकाई, इलेक्ट्रॉनिक्स सर्किट और आईओटी यूनिट, गेमिंग और एनिमेशन डिजाइन यूनिट, पाउच बैटरी सेल असेंबली यूनिट व रोबोटिक्स और ऑटोमेशन यूनिट में से किसी एक विषय का चयन करना होगा।
स्वचलित रोबोटिक का उपयोग कर पौधरोपण
पहली चुनौती : देश में भूमि के विशाल क्षेत्र में कोई वन क्षेत्र नहीं है। स्वचालित रोबोटिक का उपयोग कर पौधरोपण के संबंध में छात्रों को समाधान बताना है। छात्र अपने समाधान में यह बताएं कि कैसे बीज और पौधों को पानी दें। पौधों की वृद्धि की निगरानी करें। हरियाली बढ़ाने के लिए सुझाव देंगे।
-- जनगणना के लिए वेब/मोबाइल डिजाइन करें
दूसरी चुनौती: एल्गोरिदम की मदद से एक ऐसा एप/ वेब/मोबाइल डिजाइन करें, जो जनगणना व जाति जनगणना 2021 के लिए सक्षम हो। प्रक्रिया कुशल व प्रभावी हो।
तीसरी चुनौती : भविष्य में उम्मीद की जा रही है कि रोबोट गोदाम में ऑपरेटर की तरह गतिविधियां करें। रोबोट स्लॉटिंग और पिकिंग के काम के लिए जिम्मेवार बने।
चौथी चुनौती : माइनिंग, कृषि में बुनियादी ढांचे की मॉनिटरिंग के लिए के लिए ऑटोनमस एंड इंटेलिजेंट नेविग्रेशन को डिजाइन करना।
पांचवीं चुनौती: स्मार्ट होम ऑटोमेशन से संबंधित है।