वैश्विक विश्वविद्यालयों के समर्थन से खेल प्रबंधन पाठ्यक्रम की पेशकश करेगा आईआईएम

Update: 2023-04-23 06:24 GMT

DEMO PIC 

गणेश भट्ट
नई दिल्ली (आईएएनएस)| खेलों को शिक्षा से जोड़ने का एक महत्वपूर्ण प्रयास किया जा रहा है। देश की नई शिक्षा नीति में भी इसके प्रावधान हैं। उच्च शिक्षा के सबसे अग्रणी संस्थानों में शुमार 'इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट' (आईआईएम) ने इस सिलसिले में बड़ी पहल की है।
खेल मैनेजमेंट, आईआईएम के पाठ्यक्रम का हिस्सा बना है। आईआईएमए में स्पोर्ट्स इवेंट मैनेजर, स्पोर्ट्स मार्केटिंग, स्पोर्ट्स एजेंट, स्पोर्ट्स टैलेंट मैनेजर, सपोर्ट एनालिस्ट, मीडिया एंड कम्युनिकेशन मैनेजर जैसे कई कोर्स डिजाइन किए गए हैं।
विशेषज्ञों के मुताबिक भारत में यह पाठ्यक्रम फिलहाल नए हैं लेकिन भविष्य में ओलंपिक से लेकर अन्य राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा में इस प्रशिक्षण का लाभ देखने को मिलेगा। खेल मैनेजमेंट से जुड़े अंतरराष्ट्रीय स्तर के पाठ्यक्रम सबसे पहले आईआईएम रोहतक में डिजाइन किए गए हैं।
आईआईएम रोहतक के मुताबिक उनकी इस पहल में इंटरनेशनल एक्सपर्ट्स को भी शामिल किया गया है। सैन फ्रांसिस्को विश्वविद्यालय, अल्स्टर विश्वविद्यालय (यूके), लीड्स बेकेट विश्वविद्यालय (यूके), ज्यूरिख विश्वविद्यालय (स्विट्जरलैंड), यूनिवर्सिटी डो पोटरे (पुर्तगाल), ब्रिटिश कोलंबिया, न्यू हेवन विश्वविद्यालय (यूएस), हेलसिंकी विश्वविद्यालय (फिनलैंड) और कनाडा जैसे अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों से स्पोर्ट्स मैनेजमेंट के डोमेन में विशेषज्ञता वाले प्रतिष्ठित फैकल्टी आईआईएम से जुड़े हैं।
आईआईएम रोहतक ने आईएएनएस को बताया कि खेलों से जुड़े अयाज मेमन, नीरज कुमार, जीव मिल्खा सिंह, ऋषि नारायण और राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी जैसे प्रतिष्ठित दिग्गज भी एस इंटरनेशनल स्टैंडर्ड की ट्रेनिंग में अपना विशेषज्ञ मार्गदर्शन प्रदान कर रहे हैं और कार्यक्रम के अकादमिक सलाहकार हैं।
आईआईएम के गेस्ट फैकेल्टी और सैन फ्रांसिस्को यूनिवर्सिटी में स्पोर्ट्स मैनेजमेंट प्रोग्राम के एसोसिएट प्रोफेसर, माइकल गॉडमैन ने आईएएनएस से कहा, स्पोर्ट्स मैनेजमेंट, खेल उद्योग में योगदान करने के बहुत व्यापक और गहन तैयारी है।
खेल का व्यवसाय इस गतिशील क्षेत्र में विशेष रूप से उभरते हुए बाजार के रूप में बढ़ रहा है, जो ऐसे पेशेवरों की मांग करता है जो मैदान के बाहर प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम हों, ठीक वैसे ही जैसा कि एथलीट मैदान पर करते हैं। इस कार्यक्रम में अपनी भागीदारी के माध्यम से, मैंने अगली पीढ़ी के भारत के खेल व्यवसाय के नेताओं को आवश्यक कौशल, ज्ञान, ²ष्टिकोण और नेटवर्क विकसित करते हुए देख रहा हूं।
आईआईएम रोहतक के निदेशक प्रो. धीरज शर्मा ने आईएएनएस को बताया, खेल उद्योग तेजी से बढ़ रहा है। इसे पेशेवर बनाने की बढ़ती आवश्यकता ही खेल प्रबंधन पेशेवरों की आवश्यकता पैदा करती है। खेल प्रबंधन पेशेवरों से खेल और मनोरंजन के विभिन्न व्यावसायिक पहलुओं से निपटने की उम्मीद की जाती है।
आईआईएम रोहतक में खेल प्रबंधन कार्यक्रम से ऐसे पेशेवर तैयार होने की उम्मीद है, जिनके पास खेल विपणन, खेल कानून, खेल के वित्तीय, इवेंट प्रबंधन, खेल बुनियादी ढांचा प्रबंधन, प्रायोजन, खेल संगठनों आदि जैसे विभिन्न डोमेन में क्षमता है। यहां इस पाठ्यक्रम से जुड़े छात्रों को छात्रवृत्ति भी प्रदान की जा रही है। यह छात्रवृत्ति अधिक खिलाड़ियों को हमारे संस्थान से उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करेगी।
प्रो. धीरज ने बताया कि उनका आईआईएम खेल प्रबंधन में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा ऑफर कर रहा है। अगर आपको खेल के प्रति जुनून है और प्रबंधन के लिए योग्यता है, तो आईआईएम रोहतक के साथ खेल प्रबंधन में करियर एक बेहतरीन अवसर होगा।
कार्यक्रम के प्रतिभागियों को एक अभिनव, विशेष पाठ्यक्रम की पेशकश की जाती है जो दुनिया में किसी भी सर्वश्रेष्ठ स्पोर्ट्स मैनेजमेंट पाठ्यक्रम के बराबर है। यह पेशेवर विकास, नेटवकिर्ंग, और खेल वित्त, खेल कानून, खेल विपणन और व्यापार, और विशेष आयोजनों जैसे क्षेत्रों में कौशल सुनिश्चित करेगा। उन चयनित प्रतिभागियों के लिए छात्रवृत्ति भी उपलब्ध होगी जिन्होंने एशियाई, राष्ट्रमंडल, ओलंपिक आयोजनों आदि में भारत का प्रतिनिधित्व किया है।
आईआईएमए खेल प्रबंधन में 2 वर्षीय एक्जीक्यूटिव पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा डिजाइन किया है। इसके तीसरे बैच के लिए आवेदन करने के लिए, स्नातक की डिग्री (किसी भी विषय में), खेलकूद में रुचि होनी और प्रदर्शन करने में सक्षम होना चाहिए। आईआईएम के अंतर्गत 18 जुलाई तक इसके लिए आवेदन किया जा सकता है। चयन प्रक्रिया में स्पोर्ट्स असेसमेंट एप्टीट्यूड टेस्ट (ऑनलाइन मोड) और ऑनलाइन व्यक्तिगत साक्षात्कार में शामिल होंगे।
प्रतिभागियों के पास इस कार्यक्रम के सफल समापन पर उल्स्टर विश्वविद्यालय, यूके से खेल प्रबंधन में एमएससी करने का अवसर होगा। एक 60 क्रेडिट स्पोर्ट्स कंसल्टेंसी प्रोजेक्ट (लगभग 5 महीने की अवधि में कवर किया जाने) के अलावा, सभी पाठ्यक्रमों को अल्स्टर विश्वविद्यालय के साथ एमएससी की डिग्री के पुरस्कार के लिए न्यूनतम क्रेडिट आवश्यकता के बराबर माना जाएगा।
आईआईएम के मुताबिक उनके पिछले बैच के प्रतिभागियों ने विभिन्न खेल क्षेत्रों (क्रिकेट, बैडमिंटन, बास्केटबॉल, टेनिस और अन्य) में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर की भागीदारी की है। उन्होंने विभिन्न खेल आयोजनों (बीडब्ल्यूएफ) बैडमिंटन सुपर सीरीज, एएफसी कप (एशियाई फुटबॉल परिसंघ), चेन्नईयिन फुटबॉल क्लब, (इंडियन सुपर लीग फुटबॉल चैंपियनशिप), पीओकेकेटी और कई अन्य में इंटर्न असाइनमेंट लिया था।
Tags:    

Similar News

-->