नई गाड़ी खरीदने का कर रहे प्लान, तो भूलकर भी ना करें ये गलती
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नई दिल्ली: अगर आप गाड़ी खरीदने का प्लान कर रहे हैं तो सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्रालय ने इसे लेकर बड़ी जानकारी साझा की है। अगर आप इसे लेकर लापरवाही वाला रवैया अपनाते है तो आपको नुकसान हो सकता है। मंत्रालय ने सलाह देते हुए कहा कि अगर कार खरीदने की योजना बना रहे हैं तो अपनी और अपने प्रियजनों की सुरक्षा के पर अधिक जोर देते हुए वाहन खरीदें। समझदार बनिए, कभी समझौता मत करो।
मंत्रालय ने यह गाड़ी खरीदने को लेकर आपके और आपके प्रियजनों के बारे में सुरक्षित गाड़ी खरीदने को लेकर कहा है। भारत में अब सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्रालय गाड़ियों में सुरक्षा फिचर्स को लेकर काफी जोर दे रहा है। ऐसे में ग्राहक और कंपनी दोनों के लिए मंत्रालय समय-समय पर सुरक्षा को लेकर जानकारी साझा करता रहता है।
इसके अलावा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में जानकारी देते हुए कहा था कि भारत बड़े पैमाने पर ट्रांसपोर्टेशन के लिए इलेक्ट्रिसिटी बेस्ड टेक्नोलॉजी की तलाश कर रहा है जो किफायती हो और जिसे भारत में ही शुरू किया जा सके। गडकरी ने कहा ''मंत्रालय की योजना पहाड़ी और भीड़-भाड़ वाले शहरी इलाकों में ट्रांसपोर्टेशन के वैकल्पिक साधन के रूप में रोपवे विकसित करने की भी है।'
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री गडकरी ने अमेरिका में लोगों को संबोधित करते हुए कहा था कि रोपवे, केबल कार...और खासतौर पर मेरी बहुत स्पष्ट रूचि हल्के रेल परिवहन की टेक्नोलॉजी पर काम करने की है। उन्होंने कहा कि कुछ अमेरिकी कंपनियों ने उनसे संपर्क किया है जिनके पास ऐसी टेक्नोलॉजी हैं।
गडकरी ने यह बयान ''रीइमैजनिंग इंडिया-2.0 सीरीज'' के तहत आयोजित 'भारत 2.0 के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर रीबिल्डिंग सेशन' को संबोधित करते हुए दिया। यह डायलॉग सीरीज, सिलिकॉल वैली मंथली डायलॉग (एसवीडी) का हिस्सा है जिसकी शुरुआत 'फांउडेशन फॉर इंडिया और इंडियन डायसपोरा स्टडीज' (एफआईआईडीएस) ने भारत की आजादी के 75 साल के उपलक्ष्य में चल रहे 'आजादी का अमृत महोत्सव' के तहत की है।
गडकरी ने कहा, ''हम ऐसी टेक्नोलॉजी की तलाश कर रहे हैं जो किफायती हो और जिसे हम भारत में ही बड़े पैमाने पर ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम को बिजली आधारित बनाने के लिए शुरू कर सकें।'' उन्होंने बताया कि सरकार की योजना उत्तरखंड, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, मणिपुर और सिक्किम में संपर्क बढ़ाने के लिए 11 रोप वे परियोजनाओं को शुरू करने की है।