IAS Success Story: डॉक्टर बनने के बाद की UPSC में एंट्री, गोपाल कृष्ण को ऐसे मिली सफलता
हर साल देश में लाखों युवा सिविल सेवा का सपना लेकर यूपीएससी की तैयारी करते हैं. इनमें से कुछ को सफलता मिल जाती है, तो कुछ अगला प्रयास करते हैं. आज आपको आईएएस अफसर बनने वाले गोपाल कृष्ण की कहानी बताएंगे, जिन्होंने डॉक्टर के तौर पर करियर बनाने के बाद यूपीएससी का रुख किया था. गोपाल कृष्ण को यूपीएससी में चौथे प्रयास में सफलता मिली. उनकी कहानी यह बताती है कि आप अपने करियर के किसी भी मोड़ पर आकर सिविल सेवा का सपना पूरा कर सकते हैं.
तीन साल तक नौकरी की
गोपाल कृष्ण मूल रूप से कर्नाटक के बेंगलुरु के रहने वाले हैं. उन्होंने शुरू से ही डॉक्टर बनने का सपना देखा था और उसे पूरा करने के लिए प्रयास भी किया. डॉक्टरी की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने करीब 3 साल तक नौकरी की और उसके बाद यूपीएससी की तैयारी करने का फैसला किया. उनके लिए सिविल सेवा का सफर संघर्षपूर्ण रहा और करीब 5 साल के प्रयास के बाद उन्होंने आईएएस बनने का सपना पूरा कर लिया.
लगातार दो बार पास की यूपीएससी परीक्षा
गोपाल कृष्ण को यूपीएससी में शुरुआती 2 प्रयासों में असफलता का सामना करना पड़ा लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और लगातार मेहनत करते रहे. आखिरकार तीसरे प्रयास में उन्होंने ऑल इंडिया रैंक 786 हासिल कर ली. लेकिन उन्हें इस रैंक के मुताबिक आईएएस सेवा नहीं मिली. इसके बावजूद उन्होंने एक और प्रयास किया और 2017 में 265 रैंक हासिल करके यूपीएससी का सपना पूरा कर लिया.
अन्य कैंडिडेट्स को गोपाल कृष्ण की सलाह
गोपाल कृष्ण का मानना है कि यूपीएससी में सफलता सही प्लानिंग और कड़ी मेहनत की बदौलत मिलती है. उनका मानना है कि आप तैयारी के दौरान एक डायरी में अपना शेड्यूल नोट कर लें और उसके हिसाब से सिलेबस को कवर करें. वे कहते हैं कि इस सफर में आपको धैर्य रखकर अपने लक्ष्य की ओर आगे बढ़ना होगा. आप अपनी क्षमताओं के हिसाब से रणनीति बनाएं और उस पर अमल करें.