परचून की साधारण दुकान चलाने वाले की बेटी बनी IAS अधिकारी, ये है सफलता की कहानी
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धनबाद। झारखंड के धनबाद जिला मुख्यालय से सटे छोटे से कस्बे सिंदरी की लखेश्वरी कुमारी जायसवाल ने संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा संचालित इंडियन इंजीनियरिंग सर्विसेज (आईईएस) परीक्षा में दसवीं रैंक हासिल की है। कस्बे में परचून की साधारण सी दुकान चलाने वाले शिव नारायण जायसवाल की होनहार बेटी की बड़ी कामयाबी का चर्चा पूरे इलाके में है। चैत्र नवरात्र का पहला दिन शिवनारायण जायसवाल के लिए बड़ी खुशी लेकर आया। संघ लोक सेवा आयोग ने इंडियन इंजीनियरिंग सर्विस परीक्षा का रिजल्ट घोषित किया जिसमें उनकी 27 वर्षीय पुत्री लखेश्वरी कुमारी जायसवाल को दसवीं रैंक प्राप्त हुई। इस खबर से कस्बे में धूम मच गई। शिव नारायण जायसवाल को बधाई देने वालों का तांता लग गया।
कोलकाता के गुरुनानक इंस्टीट्यूट ऑफ टैक्नोलॉजी से बीटेक लखेश्वरी कुमारी जायसवाल वर्तमान में इंडियन रेलवे में काम करती हैं और गुवाहाटी में पोस्टेड हैं। लखेश्वरी ने बताया कि उन्होंने 2018 में आईईएस परीक्षा की तैयारी शुरू की थी और 2019 में परीक्षा पास की लेकिन इंटरव्यू में कामयाब नहीं हो सकीं। अब यह उनका दूसरा प्रयास था। लखेश्वरी अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को देती हैं जिनसे उसने सीखा कि कड़ी मेहनत ही कामयाबी की कुंजी है, और उन्होंने ही उसे कड़ी मेहनत के लिए प्रेरित किया।
लखेश्वरी कहती हैं कि उन्होंने हर परिस्थिति में अपना सोच को सकारात्मकता रखा और हर असफलता से सबक लिया। पिता शिव नारायण जायसवाल कहते हैं कि लखेश्वरी बचपन से ही जुझारू प्रवृत्ति की रही है, उसने हमेशा से अपनी हर असफलता से सबक लिया, और कमियों को दूर कर सुधार किया। और, यही उसकी कामयाबी की वजह भी है।