दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने अपने भविष्य को लेकर उठ रहे सवालों पर दो टूक जवाब दिया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर में मारपीट का आरोप लगाने के बाद अपनी ही पार्टी के निशाने पर आ चुकीं स्वाति मालीवाल ने साफ कर दिया है कि वह इस्तीफा नहीं देंगी। मालीवाल ने कहा कि पार्टी 4 लोगों की जागीर नहीं है और उन्होंने भी इसके लिए खून पसीना बहाया है, इसलिए आम आदमी पार्टी में रहकर ही इसमें बदलाव लाएंगी।
स्वाति मालीवाल 2006 से ही अरविंद केजरीवाल के साथ काम करती रही हैं। मालीवाल याद करती हैं कि कैसे उन्होंने परिवर्तन एनजीओ में अरविंद केजरीवाल के साथ काम किया जब उनके साथ 4-5 लोग ही थे। टीवी चैनल टाइम्स नाउ को दिए एक इंटरव्यू में स्वाति मालीवाल ने अपने भविष्य को लेकर सबकुछ साफ कर दिया है। मालीवाल ने कहा है कि वह ना तो राज्यसभा पद छोड़ेंगी और ना ही आम आदमी पार्टी को छोड़कर कहीं जाने वाली हैं। इससे पहले आम आदमी पार्टी ने दावा किया था कि स्वाति मालीवाल भाजपा से मिल गई हैं।
इंटरव्यू के दौरान स्वाति मालीवाल से पूछा गया कि क्या वह आम आदमी पार्टी छोड़ देंगी? स्वाति मालीवाल ने इसे सिरे से खारिज करते हुए कहा, 'पार्टी चार लोगों की जागीर नहीं है। मैंने भी इसके लिए खून पसीना बहाया है। मैं पार्टी में रहकर ही इसमें बदलाव लाने की कोशिश करूंगी। लाखों करोड़ों लोगों के सपने से बनी थी यह पार्टी।' एक अन्य सवाल के जवाब में स्वाति ने कहा कि वह राज्यसभा सांसद के पद से भी इस्तीफा नहीं देंगी और एक सांसद के तौर पर अच्छा काम करके दिखाएंगी। स्वाति मालीवाल ने कहा, 'मैंने तब केजरीवाल के साथ काम किया, जब उनके पास सत्ता नहीं थी। मुझे पद की कोई लालसा नहीं है। यदि राज्यसभा की सीट ही चाहिए थी तो मुझसे प्यार से मांग लेते तो जान भी दे देती। लेकिन अब तो किसी कीमत पर इस्तीफा नहीं दूंगी। मैं सांसद के तौर पर अच्छा काम करके दिखाऊंगी।' स्वाति मालीवाल ने दोहराया कि 13 मई को बिभव कुमार ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर जमकर पीटा। दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि वह जोर-जोर से चिल्लाती रहीं लेकिन कोई बचाने नहीं आया। मालीवाल ने कहा कि वह अकेली पड़ चुकी हैं और अकेले ही इंसाफ की लड़ाई लड़ेंगी। स्वाति मालीवाल ने कहा कि अरविंद केजरीवाल अब बदल गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यदि मनीष सिसोदिया बाहर होते तो शायद उनके साथ इतना बुरा नहीं होता।