CM के साथ मेरे निजी रिश्ते नहीं, बहुचर्चित सोना तस्करी केस की मुख्य आरोपी ने तोड़ी चुप्पी

Update: 2022-02-05 10:56 GMT

तिरुवनंतपुरम: केरल सोने की तस्करी मामले की आरोपी स्वप्ना सुरेश ने एम शिवशंकर को उनके खिलाफ किए गए दावों के लिए फटकार लगाई है. सीनियर IAS एम शिवशंकर भी मामले में आरोपी हैं. उन्होंने अपनी किताब 'अश्वथामावु ओरु आना' में दावा किया है कि स्वप्ना ने उन्हें एक आईफोन उपहार में देकर फंसाया था, जो बाद में उनके खिलाफ एक बड़ा सबूत साबित हुआ.

शिवशंकर ने यह भी कहा कि उनके बीच कोई करीबी रिश्ता नहीं था. हालांकि स्वप्ना ने दावा किया कि वे करीब थे और उन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) लेने के बाद दुबई में बसने की योजना बनाई थी. स्वप्ना ने ये भी आरोप लगाया कि शिवशंकर को पता था कि सामान के अंदर क्या था. उन्होंने कहा कि पुलिस से भागते समय उन्होंने जो कुछ भी किया वह शिवशंकर के कहने पर किया. स्वप्ना ने यह भी कहा कि पूर्व स्पीकर रामकृष्णन भी हमारे पारिवारिक मित्र थे. इससे पहले पूर्व स्पीकर ने दावा किया था कि उन्होंने स्वप्ना को राजनयिक समझने की गलती की थी और उनके बारे में ज्यादा नहीं जानते थे.
स्वप्ना ने आगे कहा कि शिवशंकर उनके घर पर रोजाना आते थे और वे एक साथ दुबई और अन्य जगहों पर जाते थे. उन्होंने आरोप लगाया कि शिवशंकर ने सोने की तस्करी के मामले में NIA को शामिल करने की योजना बनाई ताकि सुनिश्चित हो सके कि स्वप्ना कुछ न बोले. स्वप्ना ने कहा कि उसने शिवशंकर को कई और गिफ्ट्स दिए हैं जिसका यूज वह अपनी छवि को साफ करने के लिए कर रहे हैं जो ठीक नहीं है.
स्वप्ना ने कहा कि चीजें थोड़ी शांत हो रही थी कि अब अचानक शिवशंकर एक किताब लेकर आए हैं जिससे मेरी लाइफ फिर से बेपटरी हो गई है. उन्होंने कहा कि मैं इस पर अपनी राय निश्चित रूप से दूंगी. उन्होंने कहा कि अगर जरूरत महसूस हुई तो वो भी किताब लिखेंगी जो शिवशंकर पर भारी पड़ेगी. स्वप्ना ने यह भी कहा कि शिवशंकर स्पेस पार्क में उनकी नियुक्ति में शामिल थे. उन्होंने मेरा रिज्यूमे बनाया था. स्वप्ना ने यह भी कहा कि उनके पति जयशंकर ने भी उन्हें छोड़ दिया है. अब मुझे सिर्फ मेरी मां का समर्थन है.
सोने की तस्करी का मामला क्या है?
5 जुलाई 2020 को तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सीमा शुल्क अधिकारियों ने 30 किलोग्राम से अधिक वजन और लगभग 15 करोड़ रुपये मूल्य के सोने का सामान जब्त किया था. यह सोना एयर कार्गो पर उतारा गया था और संयुक्त अरब अमीरात के वाणिज्य दूतावास से आए सामान में छिपाकर लाया गया था. सीमा शुल्क अधिकारियों ने एक मुखबिर के सूचना के आधार पर कार्रवाई की थी. बताया गया था कि सामान एक तस्करी सिंडिकेट का हिस्सा है जो एक ऐसे व्यक्ति के नाम का दुरुपयोग करने की कोशिश कर रहा था जिसे राजनयिक छूट प्राप्त है. यह भी पता चला था कि 30 किलो तस्करी का सोना बाथरूम और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में छुपाकर रखा गया था.
एम शिवशंकर कौन हैं?
एम शिवशंकर सीएम पिनाराई विजयन के प्रधान सचिव थे और आईटी विभाग के प्रमुख थे, जिसके तहत स्वप्ना सुरेश को काम पर रखा गया था. एक जांच में उनका नाम सामने आने के बाद जुलाई 2020 में शिवशंकर को उनके पद से हटा दिया गया था. शिवशंकर का सस्पेंशन जुलाई 2021 में समाप्त होना था जिसे छह महीने के लिए बढ़ा दिया गया था क्योंकि उन्हें सोने की तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया गया था. वह 98 दिनों तक जेल में रहे और बाद में 4 फरवरी, 2021 को जमानत पर रिहा हुए. हालांकि केरल सरकार ने उन्हें बहाल करने का फैसला किया है लेकिन उनके नए पद का अभी खुलासा नहीं हुआ है.
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