मुठभेड़ में पति की गई जान, तो हताश पत्नी ने खत्म की अपनी जिंदगी
फिलहाल मामले की जांच सीबी-सीआईडी कर रही है।
जालौन (आईएएनएस)| 2019 में पुलिस मुठभेड़ में मारे गए पुष्पेंद्र यादव की पत्नी शिवांगी यादव उत्तर प्रदेश के जालौन जिले में अपने कमरे में फांसी के फंदे पर लटकी पाई गईं। 26 साल की शिवांगी अपने पति के एनकाउंटर मामले में इंसाफ न मिलने से परेशान बताई जा रही थी, जिसे परिवार ने फर्जी करार दिया था। फिलहाल मामले की जांच सीबी-सीआईडी कर रही है।
पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक, शिवांगी मंगलवार रात एक धार्मिक समारोह में शामिल हुई थी और फिर घर लौट आई थी। बुधवार को वह फंदे पर लटकी मिली।
सर्कल अधिकारी, कालपी, देवेंद्र कुमार ने कहा, प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि यह एक आत्महत्या का मामला है। उसके हाथ पर एक नोट खुदा हुआ पाया गया, जिसकी हम जांच कर रहे हैं।
सूत्रों ने कहा कि शिवांगी ने अपने हाथ पर लिखा था कि वह आत्महत्या कर रही है और इसके लिए किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया जाना चाहिए।
शिवांगी के पिता राकेश यादव ने कहा कि वह अपने ससुराल वालों के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध रखती थी और पिछले कुछ महीनों से अपने मायके में रह रही थी।
उन्होंने कहा, शिवांगी की मौत व्यर्थ नहीं जानी चाहिए। उसे और पुष्पेंद्र को न्याय मिलना चाहिए।
शिवांगी और पुष्पेंद्र ने जून 2019 में शादी की थी।
6 अक्टूबर, 2019 को मोठ थाने के तत्कालीन एसएचओ धर्मेंद्र चौहान को कथित तौर पर गोली मारने के बाद पुष्पेंद्र पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया था।
एसएचओ ने अवैध रूप से रेत ले जा रहे उसके कुछ ट्रकों को पकड़ा था और तब से पुष्पेंद्र कथित तौर पर फरार चल रहा था।
इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने पिछले साल सितंबर में मुठभेड़ में शामिल पुलिस अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया था।
एक महीने बाद झांसी पुलिस ने मोठ थाने के तत्कालीन एसएचओ सहित कुछ अन्य अज्ञात पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इस मुठभेड़ को कोल्ड ब्लडेड मर्डर करार दिया था।
आत्महत्या पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने ट्वीट किया, पुष्पेंद्र यादव की पत्नी की आत्महत्या सत्ता में विश्वास की हत्या है। किसी को आत्महत्या के लिए मजबूर करना वास्तव में हत्या है।