ढाल बनीं और मौत को भी मात दे दी...पत्नी के लिवर से पति को मिली नई जिंदगी
दोनों की स्थिति ठीक है।
लखनऊ (आईएएनएस)| एक व्यक्ति को उसकी पत्नी द्वारा दान किए गए लिवर से नया जीवन मिला है। देवरिया के रहने वाले दंपति राकेश सिंह (46) और ममता सिंह (38) का गुरुवार को किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) में लिविंग डोनर लिवर ट्रांसप्लांट हुआ। दोनों की स्थिति ठीक है। केजीएमयू के वाइस चांसलर बिपिन पुरी की देखरेख में सर्जिकल गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग के डॉक्टरों ने 10 घंटे तक सर्जरी की।
राकेश 9 मार्च को केजीएमयू के सर्जिकल गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग में त्वचा और आंखों में पीलापन लेकर आए थे। उन्हें लिवर के आसपास दर्द भी था और कमर के ऊपर की त्वचा पर छोटी लाल रेखाएं दिखाई दे रही थीं।
जांच करने पर पता चला कि शराब के सेवन के कारण उन्हें लिवर सिरोसिस हो गया है।
सर्जरी करने वाले सर्जिकल गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग के प्रमुख प्रोफेसर अभिजीत चंद्रा ने बताया कि, परिवार को राकेश का जीवन बचाने के लिए लिवर ट्रांसप्लांट की सलाह दी गई।
ऑर्गन ट्रांसप्लांट यूनिट के काउंसलर पीयूष श्रीवास्तव ने कहा कि परिवार को बताया गया था कि अगर लिवर का एक हिस्सा दान किया जाता है, तो कुछ हफ्तों में वह वापस सामान्य आकार में आ जाएगा।
राकेश की पत्नी ममता पति के लिए लिवर दान करने के लिए तैयार हो गईं।
40 से अधिक डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ की टीम ने सर्जरी के लिए अथक प्रयास किया।