कोरोना से पति की मौत, डॉक्टर पत्नी ने तेरहवीं भोज की जगह हॉस्पिटल में लगवाया सोलर पैनल
कोरोना महामारी में हम में से ना जाने कितनों ने अपनों को खो दिया.
कोरोना महामारी में हम में से ना जाने कितनों ने अपनों को खो दिया. ऐसा ही कुछ मध्यप्रदेश के भोपाल में रहने वालीं डॉ श्रद्धा अग्रवाल के साथ हुआ. उन्होंने कोरोना में अपने पति को खो दिया. लेकिन इसके बाद डॉ श्रद्धा ने जो किया, उसकी हर तरफ तारीफ हो रही है. दरअसल, डॉ श्रद्धा ने पति के तेरहवीं भोज की जगह हॉस्पिटल में सोलर पैनल लगवाया है.
श्रद्धा अग्रवाल स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं. उन्होंने बताया, ''जब मेरे पति की मौत हुई ,तब कोरोना चरम पर था ..उनकी डेथ कोरोना से ही हुई। मैं जब उनको देखने जाती थी तो मैंने ICU में ऑक्सीजन के लिए अपने पति और अन्य लोगों को तड़पते हुए देखा. मुझे लगा कि उनकी मौत के बाद कुछ ऐसा करना चाहिए, जो लोगों के लिए एक परमानेंट सुविधा हो.''
कोरोना ने प्रकृति का संरक्षण सिखाया
श्रद्धा कहती हैं कि कोरोना ने हमें प्रकृति का संरक्षण सिखाया. हमें यह पता चल गया है कि जितना हम प्रकृति से खिलवाड़ करेंगे उतना ही हमारा नुकसान होगा. उन्होंने बताया कि कोरोना के चलते वे तेरहवीं में किसी को बुला नहीं सकती थीं, ऐसे में उन्होंने इस राशि का इस्तेमाल अस्पताल में सोलर पैनल लगवाने में किया.
श्रद्धा ने भोपाल के जेपी हॉस्पिटल में सोलर प्लांट लगवाया है. उन्होंने बताया, कहीं लोग पेड़ पौधे लगा रहे हैं, कहीं लोग ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स डोनेट कर रहे हैं. किसी ने ऑक्सीजन सिलेंडर डोनेट किए. मुझे सोलर प्लांट के बारे में जानकारी थी, इसलिए मैंने सोलर पैनल दान किए.