करोड़ों की ठगी करने वाले पति-पत्नी गिरफ्तार, पुलिस ने कहा- सतर्क रहें और इस तरह की फर्जी निवेश योजनाओं के झांसे में न आएं
30 से ज्यादा लोगों को चूना लगाया.
नई दिल्ली (आईएएनएस)| दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने 30 से अधिक लोगों से निवेश किए गए पैसे पर 18 से 20 फीसदी तक उच्च ब्याज देने का लालच देकर करोड़ों रुपये ठगने के आरोप में पति-पत्नी को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी। आरोपियों की पहचान सुखविंदर सिंह साहनी (51) और उनकी पत्नी शीतल साहनी (49) के रूप में हुई है।
रश्मि बत्रा द्वारा दायर शिकायत की जांच शुरू होने के बाद दंपति को 24 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था। द्वारका साउथ पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता की धारा 420 (धोखाधड़ी), 406 (आपराधिक विश्वासघात) और 120बी (आपराधिक साजिश) के तहत मामला दर्ज किया गया था। शिकायत के अनुसार, बुटीक और टिफिन सर्विस चलाने वाले आरोपी दंपति ने खुद को बत्रा और अन्य 31 शिकायतकर्ताओं को पंजाब के जीरकपुर में इनवर्टर/बैटरी और रियल एस्टेट के थोक कारोबार में लगे होने के रूप में पेश किया था।
पुलिस उपायुक्त (ईओडब्ल्यू) एम.आई. हैदर ने कहा, उन्होंने पीड़ितों को अपनी धोखाधड़ी वाली निवेश योजनाओं में निवेश करने का लालच दिया और प्रति माह 18 प्रतिशत से 20 प्रतिशत तक के उच्च रिटर्न का वादा किया। आरोपियों ने शिकायतकर्ताओं को बिना कोई रसीद जारी किए केवल नकद में निवेश करने के लिए प्रेरित किया। आरोपियों ने कथित तौर पर निवेशकों का विश्वास जीतने के लिए उन्हें वादा किया हुआ रिटर्न दिया, और बाद में उन्हें अपने रिश्तेदारों और दोस्तों को लाकर और अधिक पैसा लगाने के लिए प्रेरित किया।
अधिकारी ने कहा, दंपति ने फिर से निवेश के लिए भोली-भाली गृहिणियों को भी फंसाया। आरोपी दंपति ने न तो मूल राशि का भुगतान किया और न ही पीड़ितों को सुनिश्चित रिटर्न दिया। जांच के दौरान, पुलिस को बैंक खातों का ब्योरा मिला, जो पीड़ितों से पैसे की प्राप्ति साबित करता है और बाद में दंपति को गिरफ्तार कर लिया गया।
दिल्ली पुलिस ने लोगों को सलाह दी है कि वे सतर्क रहें और इस तरह की फर्जी निवेश योजनाओं के झांसे में न आएं। डीसीपी ने कहा, जनता को हमेशा कोई भी भुगतान करने से पहले किसी भी व्यक्ति के विवरण को सत्यापित करना चाहिए और सही अधिकारियों से संपर्क करना चाहिए। उन्होंने कहा, आरोपी दंपति को अदालत में पेश किया जाएगा और आगे की जांच की जा रही है।