शहर के कालकाजी तालाब में हर दिन मर रही सैकड़ों मछलियां, जिम्मेदार बेखबर

सिरोही। सिरोही जिला मुख्यालय स्थित सबसे बड़े कालकाजी तालाब में अज्ञात कारणों से प्रतिदिन सैकड़ों मछलियां मौत के मुंह में समा रही है। तालाब के किनारे मृत मछलियों के ढेर लगे हुए है। ऐसे में यहां उठती दुर्गन्ध से तालाब के पास से लोगों का गुजरना भी मुश्किल हो रहा है। इसके बावजूद नगरपरिषद, मत्स्य …

Update: 2023-12-15 06:00 GMT

सिरोही। सिरोही जिला मुख्यालय स्थित सबसे बड़े कालकाजी तालाब में अज्ञात कारणों से प्रतिदिन सैकड़ों मछलियां मौत के मुंह में समा रही है। तालाब के किनारे मृत मछलियों के ढेर लगे हुए है। ऐसे में यहां उठती दुर्गन्ध से तालाब के पास से लोगों का गुजरना भी मुश्किल हो रहा है। इसके बावजूद नगरपरिषद, मत्स्य विभाग, जल संरक्षण सहित अन्य किसी भी विभागीय अधिकारी ने जाकर सुध तक नहीं ली। तालाब में प्रतिदिन मछलियों के मरने से ढ़ेर लगा हुआ है। इससे पानी भी दूषित हो रहा है। हालांकि अभी तक मछलियों के मरने के कारणों का पता नहीं चल सका है। यहां तालाब के किनारे दूषित सामग्री व कूड़ा-कचरा पड़ा रहने से तालाब का सौन्दर्य भी धूमिल हो रहा है। स्थानीय लोगों ने बताया कि इस तालाब में लोगों की ओर से कचरा डालने से गंदगी का आलम बना हुआ है। कई बार मना करने के बाद भी लोग तालाब में कचरा डाल देते है। वहीं जिम्मेदारों की ओर से तालाब के पास सांकेतिक बोर्ड भी नहीं लगाया गया है।

संभवतया दूषित सामग्री के चलते भी मछलियों की मौत हो सकती है, हालांकि अभी तक जिम्मेदार अधिकारियों की ओर से सुध नहीं ली गई है। लोगों ने बताया कि तालाब के किनारे लोहे की बड़ी जाली लगे तो कचरा डालने पर रोक लग सकती है। तालाब कि पाल नीची होने से लोग कचरा तालाब में डाल देते है। वहीं पूजा सामग्री समेत अन्य सामान भी तालाब में डालने से तालाब के किनारे कचरे के ढेर लगे हुए है। ऐसे में दूषित सामग्री के सेवन से भी मछलियां मर सकती है। इस बार बारिश अच्छी होने से तालाब भरा हुआ है। आज सुबह मैंने कालकाजी तालाब में देखा तो बहुत सारी मछलियां मरी पड़ी थी। तालाब के किनारे भी बहुत गंदगी पड़ी है। जल में रहने वाले जीवों का भी ध्यान रखना चाहिए। जिम्मेदारों की ओर से यहां पर सूचना बोर्ड लगाना चाहिए। सफाई कर तालाब को स्वच्छ रखना चाहिए। तालाब में किसी भी तरह की दूषित सामग्री नहीं डालनी चाहिए।

प्रतिदिन कालकाजी तालाब में सैकड़ों मछलियां मर रही है। इसकी रोकथाम के लिए जिम्मेदारों को कदम उठाना चाहिए। जो लोग कचरा डाल रहे हैं, उनको भी समझना चाहिए। तालाब की सफाई कर स्वच्छ रखना चाहिए। दूषित खाद्य सामग्री तालाब में नहीं डालनी चाहिए तालाब में पूजा सामग्री व खाद्य सामग्री नहीं डालनी चाहिए, अगर लोग तालाब में दूषित सामग्री डालते हैं तो इस पर जिम्मेदारों की ओर से कार्रवाई करनी चाहिए। खाद्य सामग्री डालने से पानी दूषित हो रहा है। जिससे मछलियां व पानी में रहने वाले अन्य जीव प्रभावित होते हैं। तालाब में कोई भी सामग्री नहीं डालनी चाहिए। सुबह-शाम भ्रमण के दौरान लोगों को जागरूक करता हूं लेकिन खेद है कि पढ़े लिखे लोग भी नहीं समझ रहे। शास्त्र कहता है कि पूजन की उतरी सामग्री, सड़े फूल, फल, नारियल पुरानी फ्रेम, कांटों की बाड़ में विसर्जन करनी चाहिए। फिर भी लोग पोटलियों में बांधकर तालाब में डाल देते है। जिससे तालाब का सौन्दर्य धूमिल हो रहा है। वहीं तालाब में रहने वाले जीव भी प्रभावित हो रहे है।

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