केरल के सैकड़ों बच्चों को डॉक्टर-इंजीनियर बनाया, राज्य मंत्री ने की तारीफ
कोटा। कोटा केन्द्रीय विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने शुक्रवार को कोटा में पासपोर्ट कार्यालय का उद्घाटन किया। इसके बाद सीपी ऑडिटोरियम में सभा को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि जी-20 सम्मेलन के दौरान दुनिया ने पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में उभरते भारत की ताकत को देखा। डिजिटल क्षेत्र में भारत के बढ़ते कदमों को देख दुनिया के शीर्ष 20 देशों के नेता भी आश्चर्यचकित थे। आलोचक कहते थे कि भारत में नागरिकों को डिजिटल माध्यमों के उपयोग से जोड़ने में 50 साल लग जाएंगे। मोदी के नेतृत्व में मात्र 6 वर्ष में 80 प्रतिशत से अधिक जनसंख्या डिजिटल माध्यमों का उपयोग कर रही है। उन्होंने कोटा के शैक्षणिक माहौल की तारीफ करते हुए कहा कि कोटा ऐतिहासिक शहर है। देशभर के स्टूडेंट कोचिंग के लिए आते है। कोटा में केरल के सैकड़ों बच्चों को डॉक्टर-इंजीनियर बना दिया है। केरल के स्टूडेंट और वहां के लोग मुझसे मिले हैं। यहां के शैक्षिणिक माहौल से खुश हैं।
विदेश राज्य मंत्री ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के उपराष्ट्रपति के बार-बार राजस्थान आने को लेकर उठाए गए सवाल पर कहा कि उपराष्ट्रपति राजस्थान के बेटे व किसान पुत्र है। वे संवैधानिक पद पर हैं। बार-बार राजस्थान आने पर मुख्यमंत्री को स्वागत करना चाहिए। किसी तरह की टिप्पणी करना अनुचित है। उन्होंने कहा कि मैं खुद केरल से हूं, मैं चाहूंगा कि उपराष्ट्रपति केरल में बार-बार आए। यह कोई राजनीतिक विषय नहीं है। उपराष्ट्रपति, राष्ट्रपति का प्रवास किसी भी प्रदेश में होता है तो इसका फायदा उस प्रदेश को होता है। आश्चर्य है कि मुख्यमंत्री ऐसे विषय पर आपत्ति जता रहे हैं। इससे ऐसा लगता है कि मुख्यमंत्री को राज्य के विकास, प्रगति के लिए रुचि नहीं है। कोटा प्रवास पर आए विदेश राज्य मंत्री ने पत्रकारों के सवाल पर यह बाता कही। उन्होंने सनातन धर्म को लेकर दिए जा रहे विरोधी बयानों को लेकर कहा कि इंडिया के घटक दलों का सनातन विरोधी बयान पर कांग्रेस की चुप्पी आश्चर्यजनक है।