JPSC के खिलाफ जमा हुए थे सैकड़ों अभ्यर्थी, अचानक रातों-रात हुए गायब
जानिए मामला.
रांची: झारखंड में सदन से लेकर सड़क तक JPSC अध्यक्ष को बर्खास्त करने और 252 सीटों के लिए आयोजित 7वें से लेकर 10वें JPSC एग्जाम में हुई गड़बड़ियों की CBI जांच और प्रीलिम्स के रिजल्ट को रद्द करने की मांग के साथ लगातार आंदोलन चल रहा है. विपक्ष सदन के अंदर और बाहर हंगामा कर रही है, तो अभ्यर्थी बीते 50 दिनों से लगातार सड़कों पर हैं. नेतृत्व कर रहे देवेन्द्र ने कहा था कि उनके आरोप सही साबित हुए हैं. 57 अभ्यर्थी जिन्हें पास घोषित किया गया था उन्हें बाद में fail किया गया.
उन्होंने कहा कि शायद ही कोई पब्लिक सर्विस कमीशन में पहले पास और बाद में फेल किया जाता है. इसी मुद्दे पर गांधी प्रतिमा के बाहर बैठे धरना दे रहे छात्रों का टेंट, तंबू और दूसरे समान हटाकर रांची पुलिस ने उन्हें कहीं और शिफ्ट कर दिया है. इसको लेकर सियासी गर्मी बढ़ गई है और छात्रों में आक्रोश है.
जेपीएससी पीटी परीक्षा का विरोध लगभग 50 दिनों से जारी है. मोराबादी में धरना प्रदर्शन से लेकर विधानसभा सत्र में गहमा गहमी बनी हुई है. भाजपा विधायकों के साथ साथ सत्ता पक्ष के विधायक भी JPSC परीक्षा के मसले पर अभ्यर्थियों का साथ देते नजर आ रहे हैं. सदन में सरकार से सवाल पर सवाल पूछे जा रहे हैं. इसी बीच शुक्रवार की आधी रात तक बड़ी संख्या में नजर आने वाले कैंडिडेट गायब हो गए हैं. कहा जा रहा है कि इन्हें आधी रात को ही रांची पुलिस ने धरना स्थल से उठा कर ओरमांझी शिफ्ट कर दिया है.
जानकारी के अनुसार, देर रात रांची पुलिस दल बल के साथ मोराबादी के धरना स्थल पर पहुंची और सभी अभ्यर्थियों को मोराबादी मैदान से ओरमांझी में शिफ्ट कर दिया. सूत्रों ने बताया कि अभ्यर्थियों के मोबाइल को जब्त कर लिया गया है और जानकारी न शेयर करने की नसीहत दी गई है. वहीं इस मामले को लेकर रांची पुलिस के वरीय पदाधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं.
इस मुद्दे पे BJP के विधायक और पूर्व मंत्री भानु प्रताप शाही ने ट्वीट कर आरोप लगाया है कि सरकार लोकतंत्र की हत्या कर रही है जिसका प्रत्यक्ष प्रमाण JPSC मामले पे आंदोलन कर रहे अभ्यार्थियों के आवाज़ को दबाना है. भानु प्रताप ने CM हेमंत सोरेन से पूछा है कि वे बताएं की छात्र कहां हैं उन्हें कहां रखा गया है. जेपीएससी अभ्यर्थी मोराबादी में जुट कर राज्य सरकार की तानाशाही का विरोध कर रहे थे. रांची पुलिस इस मामले में कुछ भी कहने से बच रही है.