चंडीगढ़। प्रदेश के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज आंख में दिक्कत आने की वजह से चिकित्सकों के परामर्श पर घर पर पूर्णतः विश्राम कर रहे हैं। ऐसा उनके जीवन में पहली बार हुआ है कि वह जानता व अपने समर्थकों से भी नहीं मिल पा रहे, लेकिन अस्वस्थ होने के बावजूद भी उनका हरियाणा सरकार से मिले सभी विभागों की तरफ पूरा ध्यान है। प्रदेश के गृहमंत्री अनिल विज ने हाल ही में पुलिस कर्मचारियों के बेनिफिट्स के लिए भी कई कार्य किए हैं। खासतौर पर बेहद पुरानी पुलिसरेंज अंबाला और करनाल के लगभग 4000 ऐसे कर्मचारी जिन्हें प्रमोशन अलग-अलग तरीके से मिल रही है। एक साथ भर्ती हुए वह कर्मचारी जो इन जिलों से भर्ती हुए जो हेड कांस्टेबल या एएसआई तक ही पहुंच पाए, जबकि उनके कुछ साथी अन्य जिलों से भर्ती होने के बाद इंस्पेक्टर पद तक पहुंच चुके हैं।
उन्होंने कहा कि पदोन्नति के मसले में समानता का व्यवहार होना चाहिए। इसके लिए विभाग गंभीरता से कार्य कर रहा है। फिलहाल यह फाइल वित्त विभाग के पास पेंडिंग है, उसे भी जल्द करवाने के प्रयास किया जा रहे हैं। हाल ही में पुलिस विभाग में अलग से बनाए गए एनफोर्समेंट विभाग जो एडीजीपी एएस चावला के पास है का फोकस अवैध माइनिंग और अवैध शराब के कारोबार की तरफ रहने वाला है। अगर आज की परिस्थितियों पर नजर डालें तो इस विभाग के पास आज 8 थाने और 300 अधिकारी-कर्मचारियों की टीम मौजूद है। प्रदेश के गृहमंत्री अनिल विज ने पुलिस महानिदेशक को इस मामले में रिव्यू करने के आदेश दिए हैं तथा जल्द स्वस्थ होने के बाद इस पर एक मीटिंग बुलाए जाने की भी बात कही है। ट्रैफिक समस्या का मुख्य कारण कुछ लोगों द्वारा पंक्ति में ना चलने को मानते हुए प्रदेश के गृहमंत्री अनिल विज ने प्रदेश भर में ऐसे मुख्य सभी स्थानों पर कैमरे लगाए जाने की बात कही है ताकि डायरेक्ट रूप से इन चीजों का आकलन किया जा सके और ऐसे लापरवाह लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई संभव हो सके। दरअसल प्रदेश के गृहमंत्री जनता को होने वाली इस समस्या को लेकर काफी दिन से गंभीर हैं और एक बार वह स्वयं अपने मुख से यह भी कह चुके हैं कि चंडीगढ़ में आते ही सभी चालक सभी ट्रैफिक रूल्स की पालना करने लगते हैं जो हरियाणा में घुसते ही कुछ लोग ऐसा नहीं करते।