किसान आंदोलन पर गृहमंत्री अमित शाह का बड़ा बयान...उनकी मांग पर कही ये बात

Update: 2020-11-28 14:44 GMT

नई दिल्ली. कृषि कानूनों (New Agriculture Law 2020) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों को दिल्ली में निरंकारी मैदान में बैठने की इजाजत मिल गई है. हालांकि किसानों का एक गुट इस बात पर अड़ गया है कि सरकार का कोई नुमाइंदा उनसे दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर आकर बात करें. किसानों के इस प्रदर्शन पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की प्रतिक्रिया सामने आई है. अमित शाह ने कहा, 'मैं प्रदर्शनकारी किसानों से अपील करता हूं कि भारत सरकार बातचीत करने के लिए तैयार है. कृषि मंत्री ने उन्हें 3 दिसंबर को चर्चा के लिए आमंत्रित किया है. किसानों की हर समस्या और मांग पर सरकार विचार करने के लिए तैयार है.

अमित शाह ने कहा कि पंजाब की सीमा से लेकर दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर रोड पर अलग-अलग किसान यूनियन की अपील पर आज जो किसान भाई अपना आंदोलन कर रहे हैं, उन सभी से मैं अपील करना चाहता हूं कि भारत सरकार आपसे चर्चा के लिए तैयार है. गृह मंत्री ने ये भी कहा कि अगर किसान 3 दिसंबर से पहले बात करना चाहते हैं तो सरकार इसके लिए भी तैयार है.

बता दें कि किसान सरकार से कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं. वे सड़क पर उतरे हैं. पंजाब की सीमा से लेकर दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर उनका आंदोलन जारी है. किसानों की मांग है कि उन्हें जंतर मंतर पर प्रदर्शन करने की इजाजत दी जाए. लेकिन सरकार उन्हें दिल्ली के बुराड़ी स्थित निरंकारी ग्राउंड पर प्रदर्शन करने की इजाजत दी है. किसान इसपर राजी नहीं हैं. वे सिंधु बॉर्डर पर डटे हैं.

गृह मंत्री ने कहा कि अगर किसान चाहते हैं कि भारत सरकार जल्द बात करे, 3 दिसंबर से पहले बात करे, तो मेरा आपको आश्वासन है कि जैसी ही आप निर्धारित स्थान पर स्थानांतरित हो जाते हैं, उसके दूसरे ही दिन भारत सरकार आपकी समस्याओं और मांगों पर बातचीत के लिए तैयार है.




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