स्कूलों में आज छुट्टी, बाढ़ प्रभावित इलाकों के लिए आदेश जारी
राहत बचाव दल जुटे
बेंगलुरु। भारत की आईटी सिटी बेंगलुरु में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है. जिसके मद्देनजर आज बुधवार को शहर के प्रभावित हिस्सों में स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी गई है. इसके साथ ही कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम करने के निर्देश दिए हैं. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को रेस्क्यू करने के लिए राहत बचाव दल लगातार जुटा हुआ है. भारतीय मौसम विभाग ने बेंगलुरु और अन्य जिलों जैसे कोडागु, उत्तर कन्नड़, दक्षिण कन्नड़, उडुपी और चिकमंगलूर के लिए येलो अलर्ट जारी किया है. कई प्राइवेट स्कूलों ने छुट्टियां घोषित कर दी हैं और कुछ दिनों के लिए ऑनलाइन क्लासेस शुरू कर दी हैं, जबकि कई कंपनियों ने सुझाव दिया है कि कर्मचारी घर से काम करें.
1. सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री सीएन अश्वथ नारायण ने बारिश के कारण उत्पन्न हुईं समस्याओं पर चर्चा करने के लिए आज शाम 5 बजे विभिन्न आईटी कंपनियों के प्रमुखों / प्रतिनिधियों की बैठक बुलाई है. जिसमें कर्नाटक के मुख्य सचिव, बीबीएमपी के मुख्य आयुक्त, बेंगलुरु जल बोर्ड के अधिकारी, शहरी विकास विभाग के अधिकारी और बेंगलुरु शहर के पुलिस आयुक्त भी शामिल रहेंगे.
2. बैठक में इंफोसिस, विप्रो, एम्फैसिस, नैसकॉम, गोल्डमैन सैक्स, इंटेल, टीसीएस, फिलिप्स, सोनाटा सॉफ्टवेयर आदि आईटी कंपनियों के प्रमुख/प्रतिनिधि शामिल होंगे. इस दौरान मुख्य आयुक्त शहर की समस्याओं पर पीपीटी और शहर के लिए आगे का रोड मैप पेश करेंगे.
3. कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने भारी बारिश के कारण शहर की वर्तमान स्थिति के लिए पिछली कांग्रेस सरकार को भी दोषी ठहराया. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि केवल दो क्षेत्र भारी बारिश से प्रभावित हैं. पिछले 90 वर्षों से ऐसी बारिश कभी नहीं देखी गई. एक ऐसी छवि बनाई जा रही है जैसे कि पूरा शहर मुश्किलों का सामना कर रहा हो, जबकि ऐसा नहीं है.
4. वहीं कांग्रेस ने भी मुख्यमंत्री पर पलटवार किया. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डी के शिवकुमार ने सीएम और उनके प्रशासन से दोबारा चुनाव चुनाव कराने की बात कही. इसके साथ ही उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि "भ्रष्ट" भाजपा सरकार और उसके अधिकारी बेंगलुरु की मौजूदा स्थिति के लिए जिम्मेदार हैं.
5. 1 से 5 सितंबर के बीच बेंगलुरु के कुछ इलाकों में सामान्य से 150 फीसदी अधिक बारिश दर्ज की गई हुई. सीएम बोम्मई ने कहा कि महादेवपुरा, बोम्मनहल्ली और के आर पुरम में 307 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है. पिछले 42 वर्षों में यह सबसे अधिक बारिश है, जिससे बेंगलुरु में सभी 164 टैंक भर गए हैं."
6. शहर के नगर निकाय प्रमुख तुषार गिरी नाथ ने ट्वीट किया, "बाढ़ 800 वर्ग किमी क्षेत्र के बेंगलुरु में केवल 5-6 वर्ग किमी तक ही सीमित है. आठ क्षेत्रों में से केवल महादेवपुरा क्षेत्र अधिक प्रभावित हुआ है. हम लोगों को रेस्क्यू करने के लिए लगभग 20 नावों और इतने ही पंपों का उपयोग पानी निकालने के लिए कर रहे हैं. बाढ़ को रोकने के लिए पानी के रास्ते में आने वाली बाधाओं को दूर करने के लिए कार्रवाई की जा रही है."
7. बेंगलुरू के केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर भारी बारिश से प्रभावित हुए हवाईअड्डे पर उड़ानों का संचालन फिर से सामान्य हो गया है. जिससे यात्रियों को बड़ी राहत मिली है. फ्लाइट अब अपनी डेस्टिनेशन के लिए उड़ान भरने लगी हैं.
8. बारिश बारिश के कारण सड़कों पर जलजमान की स्थिति है. मंगलवार को लोग अपने दोपहिया वाहनों को धक्का देते नजर आए. वहीं पैदल चलने वाले लोगों को भी भारी समस्या का सामना करना पड़ा. शहर के पॉश इलाकों में भी बारिश का पानी भर गया है, जिससे महंगी-महंगी कारें बारिश के पानी में डूबी हुई नजर आईं.