कूदे हिंदू संगठन: हिजाब के जवाब बजरंग दल ने स्टूडेंट्स को पहनाए भगवा चोले, मचा बवाल

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Update: 2022-02-04 12:30 GMT

बेंगलुरु: कर्नाटक में हिजाब को लेकर चल रहे हंगामे के बीच अब हिंदू संगठन कूद पड़े हैं. शुक्रवार को राज्य की एक प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज की कक्षाओं में स्टूडेंट्स को कथित तौर पर बजरंग दल ने भगवा चोला पहनने के लिए मजबूर किया. घटना उडुपी जिले के बिंदूर कस्बे के गवर्नमेंट प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज की है.

रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह घटना उस वक्त हुई जब कॉलेज में मुस्लिम लड़कियों ने कैंपस में घुसने से पहले अपना हिजाब उतार दिया था. हालांकि, प्रिंसिपल ने हिंदू संगठनों को भगवा चोला कैंपेन चलाने से रोका.
बजरंग दल के जिला सचिव सुरेंद्र कोटेश्वर ने घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, यदि हिंदू छात्राओं ने भगवा चोला पहन रखा है, तो पुलिस उनको कॉलेजों में प्रवेश करने से रोक रही है. इसी तरह, पुलिस को उन मुस्लिम छात्राओं को अनुमति नहीं देनी चाहिए जो हिजाब पहने हुए हैं और कॉलेजों में प्रवेश कर रही हैं.


कोटेश्वर ने कहा कि यदि कॉलेज प्रशासन ने हिजाब पहने स्टूडेंट्स को कैंपस में प्रवेश करने की अनुमति दी, तो वे सभी हिंदू छात्रों को परिसर के अंदर भगवा चोला पहनाएंगे. उन्होंने कहा, कुछ स्टूडेंट्स की वजह से अन्य छात्र जो इन कृत्यों में शामिल नहीं हैं, वे भी परेशान हैं और उनकी पढ़ाई पर असर पड़ रहा है और ऐसा नहीं होना चाहिए.
शुक्रवार को हुई घटनाओं के जवाब में कॉलेज की एक छात्रा सायरा बानो ने कहा, हिजाब हमारे जीवन का हिस्सा है. मेरे परिवार की अन्य सदस्य तक हिजाब पहनकर अपने कॉलेजों में पढ़ चुकी हैं. छात्रा ने पूछा कि अचानक यह नियम क्यों लागू कर दिया गया? अगर हम हिजाब पहनकर कॉलेज जाते हैं तो इससे दूसरों को क्या नुकसान है? जब हम स्कूल के प्राचार्य से यह सवाल पूछते हैं, तो वे इस सवाल का जवाब नहीं देते और वे हमें सरकार से बात करने का निर्देश देते हैं. क्या हमारे लिए सरकार से बात करना संभव है?
बानो ने कहा, हम सभी को हिजाब पहनकर न आने के निर्देश प्रिंसिपल ने दिए थे, तो हमें अपने सवाल प्राचार्य के सामने रखना चाहिए, है न? अगर हम प्राचार्य से सवाल करते हैं, तो वह फिर हमें संस्था के प्रमुख से बात करने का निर्देश देते हैं. सायरा बानो का आरोप है कि स्टूडेंट्स संस्था प्रमुख से बात नहीं कर पा रहे हैं. हमारे पास उनकी कॉन्टैक्ट डिटेल नहीं है और कोई भी हमारा समर्थन नहीं कर रहा है.
द्रविड़ मुनेत्र कड़गन (DMK) के धर्मपुरी से सांसद सेंथिल कुमार ने संसद में कर्नाटक के हिजाब मुद्दे को उठाया था. उन्होंने जानना चाहा कि हिजाब पहनने वाली छात्राओं को कक्षाओं में क्यों नहीं आने दिया गया. उन्होंने केंद्र सरकार से इस मामले में कार्रवाई करने की मांग की है.
बता दें कि कर्नाटक के उडुपी जिले के कुंडापुर में भी स्थित सरकारी प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज में गुरुवार को हिजाब पहनकर आईं मुस्लिम छात्राओं को कॉलेज के प्राचार्य ने गेट पर ही रोक लिया था. प्राचार्य ने छात्रों से कहा कि उन्हें कक्षाओं के अंदर हिजाब पहनने की अनुमति नहीं है और उन्हें हिजाब उतारकर कक्षाओं में जाने को कहा.
इस मुद्दे पर कर्नाटक के मत्स्य पालन मंत्री और उडुपी के जिला प्रभारी एस. अंगारा ने कहा, राज्य सरकार द्वारा कक्षाओं के अंदर हिजाब को प्रतिबंधित करने का आदेश तब तक जारी रहेगा, जब तक कि इस मुद्दे पर अध्ययन करने के लिए नियुक्त समिति अपनी रिपोर्ट नहीं दे देती. उन्होंने कहा, सभी को शिक्षण संस्थानों में निर्धारित ड्रेस कोड का पालन करना होगा. अलग-अलग संस्थानों में अलग-अलग ड्रेस कोड नहीं हो सकते.
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