भारत-बांग्लादेश T20 मैच के विरोध में हिंदू महासभा, ग्वालियर बंद

Update: 2024-10-06 01:00 GMT

 Gwalior: लंबे समय से जिस मैच का इंतजार था वह समय आ चुका है. 14 साल का वनवास खत्म कर ग्वालियर में क्रिकेट की एक बार फिर धूम मचने वाली है. ग्वालियर के नए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में भारत और बांग्लादेश के बीच रविवार को टी-20 क्रिकेट मैच होने जा रहा है. BCCI, MPCA और प्रशासन ने सारी व्यवस्थाएं जमा ली हैं लेकिन अब इस मैच को लेकर उठ रहे विरोध के स्वर तेज हो रहे हैं. हिंदू संगठन मैच की घोषणा होने के साथ ही इसका विरोध कर रहे हैं.

हिंदू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयवीर भारद्वाज का कहना है कि, ''जिस प्रकार बांग्लादेश के अंदर हिंदुओं का कत्लेआम हुआ. हिंदुओं के मंदिरों को तोड़ा गया हिंदुओं की बहन बेटियों की इज्जतें लूटी गईं, उनके मकानों को खाली कराया गया और आज भी वह कर्म जारी है. उसके बाद भी भारत सरकार अपनी विदेश नीति पर बदलाव नहीं करके उस मैच को ग्वालियर के अंदर और अन्य प्रदेशों में करा रही है. इसलिए हिंदू महासभा को खुले मैदान में आना पड़ा और हम इसका विरोध करेंगे. क्योंकि हिंदुओं की हत्याओं पर ताली बजाने वाले लोगों को हम इस मैच के अंदर कतई बर्दाश्त नहीं कर सकते.''

जयवीर भारद्वाज का कहना है कि, ''हमने मैच का लगातार विरोध किया, लेकिन उसके बाद भी मैच कराया जा रहा है. हमने खुद प्रधानमंत्री को अपने खून से लिखकर चिट्ठी भेजी, प्रदर्शन कर काला दिवस मनाया. लेकिन हमारा यह आंदोलन रुकने वाला नहीं है. यह मैच अगर बांग्लादेश के अलावा किसी भी दूसरे देश के साथ होता तो हिंदू महासभा इसका समर्थन करती उसका स्वागत करती.''

जयवीर भारद्वाज के मुताबिक ''जब रविवार को भारत और बांग्लादेश की टीमों के बीच मैच होने जा रहा है तो उस दौरान उन्होंने जनता से अपील की है कि वह इस मैच का बहिष्कार करें और साथ ही समस्त ग्वालियर वासियों से आह्वान किया है कि पूरे लश्कर क्षेत्र को (इसी क्षेत्र के शंकरपुर स्थित स्टेडियम में मैच आयोजित होगा) दोपहर 1:00 तक बंद रखा जाए. यह सीधे तौर पर लोकतांत्रिक तरीके से विरोध की चेतावनी होगी.''

2 अक्टूबर के दिन जब भारत और बांग्लादेश की टीम ग्वालियर पहुंची तो उसे दौरान भी हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं ने बांग्लादेश की टीम को एयरपोर्ट से होटल तक जाने के बीच काले झंडे दिखाने का प्रयास किया था. यही वजह है की बांग्लादेश की टीम को शुक्रवार के दिन जुम्मे की नमाज अदा करने की प्रशासन ने परमिशन नहीं दी थी. इन हालातों को देखते हुए अब ग्वालियर कलेक्टर ने भी एक आदेश जारी कर दिया है. 

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