जॉब करने के लिए हिन्दू युवती बनी मुस्लिम, जानिए फिर क्या हुआ

पिता ने बनाया दबाव

Update: 2023-07-08 13:48 GMT
गाजियाबाद। गाजियाबाद में हिंदू युवती के धर्म परिवर्तन का मामला सामने आया है। वह नोएडा के सेक्टर-62 की कंपनी में बतौर टेलीकॉलर जॉब करती है। मामले का खुलासा तब हुआ, जब पिता ने बेटी का फोन देखा। बेटी ने बताया कि उसने मुस्लिम धर्म अपना लिया है और शरिया कानून की पढ़ाई कर रही है। यह बात सुन हैरान पिता थाने पहुंचा और पुलिस को मामले की जानकारी दी। पुलिस ने एक्शन लेते हुए शनिवार को तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इन तीन में दो युवक हिंदू हैं और मुस्लिम धर्म स्वीकार कर लिया है। जबकि तीसरा आरोपी देवबंद मदरसे का छात्र है। दो हिंदू युवकों में से एक युवक राहुल अग्रवाल उर्फ राहिल लड़की के साथ जॉब करता है। गैंग ने 7 युवक-युवतियों के धर्मांतरण की बात भी कबूल की है।
पुलिस ने जिन 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है उनमें देवबंद मदरसे के छात्र अब्दुल्ला अहमद, कोचिंग चलाने वाले मोहम्मद मुशीर और प्राइवेट कंपनी का कर्मचारी राहिल शामिल है। इनमें से अब्दुल्ला और राहिल पहले हिंदू थे, जो अब मुस्लिम बन चुके हैं। अब्दुल्ला का पहले नाम सौरभ खुराना था और वह पलवल का रहने वाला है। राहिल का नाम राहुल अग्रवाल था और वह दिल्ली के संगम विहार का रहने वाला है। साथ ही मोहम्मद मुशीर भी संगम विहार का रहने वाला है। बाकी जिन 4 अन्य लोगों का धर्मांतरण कराया गया है, उनमें अब्दुल्ला के 3 रिश्तेदार और एक दोस्त शामिल है। इस गैंग का मकसद क्या था? कौन इसको फंडिंग कर रहे थे? मास्टरमाइंड कौन है? फिलहाल ये बातें अभी तक साफ नहीं पाई हैं।
मुस्लिम धर्म अपनाने वाली युवती गाजियाबाद में खोड़ा थाना क्षेत्र में रहती है। उसके पिता ने बताया, ''मेरी बेटी का व्यवहार पिछले 5 महीने से एकदम बदल गया था। जब मैंने उसका मोबाइल चेक किया, तो उसमें धर्मांतरण करने की बात सामने आई। बेटी ने मेरे सामने भी कबूल किया कि उसने धर्म परिवर्तन कर लिया है। वह शरिया कानून की पढ़ाई कर रही है।'' उन्होंने बताया, ''मेरी बेटी पूरी फैमिली से धर्म परिवर्तन करने के लिए कहने लगी। इसके बाद 7 जुलाई को मैंने इस बारे में खोड़ा थाने में राहुल अग्रवाल उर्फ राहिल के खिलाफ धर्मांतरण का मुकदमा दर्ज कराया।'' इसके बाद पुलिस ने राहुल अग्रवाल उर्फ राहिल को गिरफ्तार कर लिया। यहीं से धर्मांतरण के इस पूरे सिंडिकेट का पर्दाफाश होता चला गया। DCP विवेक चंद्र यादव ने बताया, ''2017 में राहुल अग्रवाल 12वीं की पढ़ाई के दौरान कोचिंग लेने मोहम्मद मुशीर के दिल्ली स्थित इंस्टीट्यूट पर पहुंचा। तभी मुशीर ने उसका ब्रेनवॉश करना शुरू कर दिया। एक साल में उसने राहुल का धर्मांतरण भी करा दिया और वह राहुल से राहिल बन गया।''
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