हिमंत बिस्वा सरमा का पलटवार, कहा- भाजपा और आरएसएस को गुरु मानते हैं तो नागपुर जाकर ध्वज प्रणाम करें राहुल गांधी
नई दिल्ली (आईएएनएस)| राहुल गांधी के बयान पर पलटवार करते हुए असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा है कि अगर राहुल गांधी ने भाजपा और आरएसएस को गुरु मान ही लिया है तो नागपुर जाकर उन्हें सिर झुकाना चाहिए और ध्वज प्रणाम कर इस बार गुरुदक्षिणा भी देनी चाहिए।
हिमंत बिस्वा सरमा ने दिल्ली में मीडिया से बात करने के दौरान राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का द्वार सबके लिए खुला रहता है, सिर्फ कहने से काम नहीं चलेगा और अगर राहुल गांधी ने गुरु मान ही लिया है तो उन्हें नागपुर जाकर भारत माता के ध्वज को प्रणाम कर गुरुदक्षिणा कार्यक्रम में शामिल होकर स्वयंसेवक बन जाना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को आरएसएस और भाजपा को नहीं बल्कि भारत माता के झंडे को अपना गुरु मानना चाहिए, हम सब भी भारत माता के ध्वज को ही अपना गुरु मानते हैं।
सरमा ने कांग्रेस नेता कमलनाथ के दावे पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि विपक्ष की तरफ से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार कोई भी हो सकता है चाहे वो राहुल गांधी हो या विपक्ष के कोई अन्य नेता, उन्हें कोई आपत्ति नहीं है लेकिन जहां तक प्रधानमंत्री का सवाल है 2024 में भी देश का आशीर्वाद लेकर नरेंद्र मोदी ही प्रधानमंत्री बनेंगे।
राहुल गांधी के ठंड से डर नहीं लगने के बयान पर कटाक्ष करते हुए असम के सीएम ने कहा कि यह उनका व्यक्तिगत मसला है, यह उनका फैशन है लेकिन अगर वाकई उन्हें ठंड नहीं लगता है तो फिर उन्हें तवांग चलना चाहिए।
मौलाना साजिद रशीदी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि वह उनके बयान से असहमत नहीं हैं क्योंकि जिस तरह से जनसंख्या बढ़ रही है। उसकी वजह से सबने देखा है कि कैसे केरल, पश्चिम बंगाल, जम्मू कश्मीर और असम की डेमोग्राफी बदल गई है। उन्होंने इसे असली समस्या बताते हुए कहा कि हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि डेमोग्राफी में बदलाव न हो और इसके लिए कुछ पॉलिसी भी बनानी होगी।
उन्होंने भड़काऊ बयान देने के राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आरोप को भी पूरी तरह से खारिज कर दिया।