हाईवा ने तीन बाइक सवार युवकों को रौंदा, एक की मौत
पटना: फुलवारीशरीफ में निर्माणाधीन नेउरा रेल खंड पर निर्माण सामग्री लाने वाले हाईवे की चपेट में एक बाइक सवार तीन युवक आ गए। घटनास्थल पर एक युवक की मौत हो गई जबकि दो की हालत अत्यंत नाजुक बनी हुई है। दुर्घटना के बाद चालक फरार हो गया। घटनास्थल पर लोगों की भीड़ जुट गई। घायलों …
पटना: फुलवारीशरीफ में निर्माणाधीन नेउरा रेल खंड पर निर्माण सामग्री लाने वाले हाईवे की चपेट में एक बाइक सवार तीन युवक आ गए। घटनास्थल पर एक युवक की मौत हो गई जबकि दो की हालत अत्यंत नाजुक बनी हुई है। दुर्घटना के बाद चालक फरार हो गया। घटनास्थल पर लोगों की भीड़ जुट गई। घायलों को पटना एम्स में भेजा गया है जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। वही हाईवा पर पथराव का लोगों ने क्षतिग्रस्त कर दिया।
मुआवजा की मांग को लेकर सैकड़ो की संख्या में लोग वहां को हंगामा करने लगी। मृतक के परिजन घटनास्थल पर जमा होकर विलाप कर रहे हैं। स्थानीय थाना अध्यक्ष सफीर आलम दल बल के साथ पहुंचे। पुलिस मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाने बुझाने में जुट गई है। मृतक की शिनाख्त हिंदू की निवासी राजू चौधरी के बेटा विकाश चौधरी उम्र 22 वर्ष के रूप में हुई है मृतक विकास कुमार और विकास चौधरी भाड़ा पर अपना चार पहिया वाहन चलानेका धंधा करता था उसके पिता राजू चौधरी राजमिस्त्री का काम करते हैं। घायलों में गोनपुर निवासी बिजेंद्र पासवान के पुत्र मुन्ना पासवान और डोमन पासवान के पुत्र राहुल पासवान है जिनका इलाज कराया जा रहा है। घटना के बारे में हिंदुनी निवासी मृतक विकास चौधरी का भाई मुकेश चौधरी ने बताया कि उनका भाई विकास अपने दो दोस्तों के साथ कहीं जा रहा था।
गोनपुरा मुसहरी के आगे रेलवे लाइन के पास वाली सड़क पर निर्माण कार्य सामग्री ढोने वाला तेज रफ्तार से जा रहा हाइवा बाइक में धक्का मार दिया। घटना में बाइक बुरी तरह हाईवा के नीचे आकर फस गया, जिसमें उसका भाई विकास चौधरी की मौत हो गई जबकि दोनों दोस्त बुरी तरह घायल हो गए। वही पुलिस के मुताबिक रेलवे लाइन का निर्माण कार्य चल रहा है। वही निर्माण सामग्री ढोने के लिए जो सड़क बनाई गई है उस सड़क से स्थानीय लोग आवाजाही करते हैं। इस दौरान एक बाइक सवार तीन स्थानीय युवक हाइवा की चपेट में आ गए।लोगों की मदद से सभी को पटना एम्स भेजा गया है जहां विकास चौधरी को मृत घोषित कर दिया गया जबकि उसके दोनों दोस्तों राहुल और मुन्ना का इलाज चल रहा है। मुआवजे की मांग कर रहा है लोगों को समझाया बुझाया जा रहा है।