उच्च अधिकारियों ने किसान नेताओं के साथ की बैठक, 26 जनवरी की 'ट्रैक्टर रैली' के लिए सुझाए हैं रूट : सूत्र
किसान नेताओं ने कहा कि सुझाए गए इस रूट के बारे में वे शनिवार, 23 जनवरी को 11 बजे सिंघू बार्डर पर मीटिंग करके अंतिम फैसला लेंगे.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। नई दिल्ली: Kisan Aandolan: हरियाणा, दिल्ली व यूपी के उच्च अधिकारियों ने कृषि कानूनों (Farm laws) के मुद्दे पर आंदोलनरत किसानों की ओर से 26 जनवरी को रिंग रोड पर निकाली जाने वाली ट्रैक्टर रैली (Tractor Rally) के मसले पर किसान नेताओं के साथ बात की. किसान नेताओं के साथ यह बैठक बाराखम्भा पुलिस स्टेशन पर हुई, किसान नेताओं के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, बैैैैठक के दौरान उच्च अधिकारियों ने किसान नेताओं को 26 जनवरी के दिन सिंघू बार्डर से नरेला होते हुए बवाना औचन्दी बार्डर तक, टिकरी से घेवरा आसौदा होते हुए केएमपी पर, यूपी गेट से आनन्द विहार डासना होते हुए केएमपी पर, चिल्ला से गाजीपुर, पलवल से गाजीपुर, जयसिंह पुर खेड़ा से मानेसर होते हुए टिकरी पर परेड करने के लिए प्रपोजल दिया है.
किसान नेताओं ने कहा कि शनिवार, 23 जनवरी को 11 बजे सिंघू बार्डर पर मीटिंग करके इस बारे में फैसला लेंगे. बैठक में डॉ. दर्शनपाल, जगजीत सिंह दल्लेवाल, योगेन्द्र यादव, कामरेड हनान मोल्ला, जगमोहन सिंह, परमजीत सिंह और राजेन्द्र दीप आदि किसान नेताओं ने भाग लिया.
उच्च अधिकारियों के साथ मीटिंग के पहले, आज सुबह NDTV से बात करते हुए भारतीय किसान यूनियन (असली) के नेता चौधरी हरपाल सिंह ने कहा था कि 26 जनवरी को हम दिल्ली के रिंग रोड के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में ट्रैक्टर रैली निकालेंगे. पूरे यूपी में विरोध प्रदर्शन होंगे. उन्होंने कहा कि जब तक भारत सरकार तीनों कानून रद्द नहीं करती, चाहे 6 महीना लगे या एक साल, हमारा विरोध जारी रहेगा. यह आर-पार की लड़ाई है.
( उक्त दी गयी जानकारी NDTV से ली गयी है )